Saturday, 8 January 2022

...और अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का परचम

छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में एक बार फिर कांग्रेस परचम लहराते नजर आ रही है। कांग्रेस ने 15 नगरीय निकायों के चुनावों में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद अब महापौर और अध्यक्ष के चुनाव में भी दमखम दिखाया है। हालांकि दो नगर पालिकाओं में क्रॉस वोटिंग के बाद पार्टी के नेता सतर्क हो गए हैं। वहीं बड़े नगर निगम में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी किलेबंदी की। नतीजतन दो नगर निकायों में फिर कांग्रेस अपना महापौर बनाने में सफल रही। प्रतिष्ठापूर्ण माने जाने वाले रिसाली और पिलाई नगर निगमों में चुनाव के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। हालांकि यह तय हो गया है कि छत्तीसगढ़ के नगर निगम में कांग्रेस क्लीन स्वीप करने जा रही है। राज्य के सभी 14 नगर निगमों में कांग्रेस के महापौर होने के बाद रिकॉर्ड भी बन जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों से पहले कांग्रेस इसे प्रतिष्ठा का सवाल मानकर चल रही थी। नगरीय चुनाव में एक तरह से विपक्षी दल भाजपा का सफाया हो चुका है। भले ही नगर पालिका में क्रॉस वोटिंग के जरिये भाजपा कहीं काबिज होने में कामयाब जरूर हुई। लेकिन तकनीकी तौर पर संख्या बल में पीछे ही मानी जा रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन अब सदस्यता अभियान को लेकर युद्ध स्तर पर जुटेगा। वहीं मिशन की तैयारियों के बीच बूथ कमेटी के गठन की प्रक्रिया भी तेज करेगा। प्रदेश कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश प्रभारी पीएल पूनिया की नाराजगी के बाद मियाद भी तय कर दी गई। संगठन को अब इस माह 30 जनवरी तक यूथ कमेटियों का गठन करना अनिवार्य है। वहीं 15 फरवरी तक सदस्यता अभियान पूरा करना होगा। 15 फरवरी तक संगठन में इस बार 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। भूपेश बघेल निस्संदेह कांग्रेस के सफल मुख्यमंत्रियों में से एक हैं। -अनिल नरेन्द्र

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