Tuesday 16 October 2012

सलमान खुर्शीद बनाम इंडिया टुडे बनाम अरविन्द केजरीवाल


 Published on 16 October, 2012
 अनिल नरेन्द्र

विधि मंत्री सलमान खुर्शीद बनाम अरविन्द केजरीवाल और इंडिया टुडे ग्रुप की लड़ाई ने रविवार को भयंकर रूप ले लिया। सलमान ने लंदन से लौटते ही प्रेस कांफ्रेंस में जिस तरह इंडिया टुडे ग्रुप पर हमला किया उससे उनकी और उनकी पत्नी की बौखलाहट साफ नजर आ रही थी। पति-पत्नी दोनों ने जाकिर हुसैन ट्रस्ट के कोष में 71 लाख रुपए की कथित हेराफेरी के आरोपों को पूरी तरह गलत करार देते हुए कुछ दस्तावेज पेश किए और किसी भी जांच का सामना करने की इच्छा जाहिर की लेकिन साथ-साथ यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह इस्तीफा देने के मूड में नहीं हैं। सलमान खुर्शीद ने पत्नी के साथ मीडिया के सामने कुछ तस्वीरें और अन्य दस्तावेज रखकर बताया कि हमारे एनजीओ ने विकलांग लोगों के लिए कैम्प का आयोजन किया था। खुर्शीद ने ऐलान किया कि हम उस न्यूज चैनल के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे, जिसमें इस मामले में स्टिंग ऑपरेशन कराया। खुर्शीद ने अपने ट्रस्ट से लाभान्वित उस शख्स को भी पेश किया जिसे स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया था। रंगे मिस्त्राr नाम के एक शख्स ने कहा कि मुझे ट्रस्ट की ओर से दो साल पहले सुनने की मशीन मिली थी। खुर्शीद ने कहा कि मैं किसी भी अथारिटी की जांच का सामना करने को तैयार हूं लेकिन श्री अरुण पुरी और इंडिया टुडे ग्रुप की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। मैं इस्तीफा दे दूंगा अगर मेरे साथ इस मीडिया ग्रुप के चेयरमैन भी इस्तीफा दे दें। डेढ़ घंटे चली प्रेस कांफ्रेंस में इंडिया टुडे ग्रुप के दीपक शर्मा से खुर्शीद की कई बार झड़पें भी हुईं। खुर्शीद अपना आपा खो चुके थे और चिल्ला रहे थे। मैंने इससे पहले किसी भी केंद्रीय मंत्री को एक प्रेस कांफ्रेंस में इस तरह अपना आपा खोते नहीं देखा है। खैर! अपने ही नेटवर्प की एक रिपोर्ट जिसे लेकर सलमान बौखलाए हैं पर इंडिया टुडे समूह ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं। समूह द्वारा जारी बयान में कहा गया कि खुर्शीद को रिपोर्ट में उठाए गए सवाल के जवाब देने चाहिए और यह बहस या राय की बात नहीं है। बयान में आगे कहा गया कि रिपोर्ट राज्य और केंद्र सरकारों के दस्तावेजों से जुटाए गए ठोस और निर्विवाद तथ्यों पर आधारित जांच पर थी। उधर अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वह इस मामले में ताजा सबूत पेश करेंगे। केजरीवाल ने रविवार को सलमान द्वारा अपनी सफाई में तस्वीरें प्रस्तुत करने के कुछ ही घंटे बाद कहा कि हम सोमवार को सुबह 11 बजे सलमान खुर्शीद के खिलाफ ताजा सबूत पेश करेंगे और आज उन्होंने कुछ विकलांगों को अपने मंच पर पेश किया भी जिन्होंने यह शिकायत की कि उन्हें उपकरण नहीं मिले।  केजरीवाल ने खुर्शीद द्वारा प्रस्तुत किए गए सबूतों को खारिज करते हुए कहा कि जब तक खुर्शीद कानून मंत्री बने रहेंगे, वह अपने खिलाफ सारे सबूत नष्ट कर सकते हैं। इस मामले की कोई निष्पक्ष जांच भी नहीं हो सकती? उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर चुप रहने का भी कारण पूछा। क्या वह नहीं (पीएम) सोचते कि सलमान खुर्शीद को इन परिस्थितियों में इस्तीफा दे देना चाहिए? केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार खुर्शीद के फायदे के लिए अधिकारियों के जाली हस्ताक्षर करवा रही है। मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से करवानी चाहिए।

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