Sunday 11 November 2012

भ्रष्टाचार हिला देगा चीन और पार्टी की चूलें ः जिन्ताओ


 Published on 11 November, 2012
 अनिल नरेन्द्र
चीन भारत और अमेरिका जैसा देश नहीं जहां एक खुला समाज है, स्वतंत्र प्रेस है, प्रभावी मानवाधिकार संगठन मौजूद हैं। चीन में कम्युनिस्ट शासन है और चीन के अन्दर क्या हो रहा है यह कम ही पता चलता है। गुरुवार से चीन की राजधानी बीजिंग में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का 18वां सम्मेलन शुरू हुआ। बीजिंग के द ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल्स में हो रहे इस सम्मेलन में देशभर से चुने गए 2270 प्रतिनिधि पार्टी कांग्रेस में भाग ले रहे हैं। अधिवेशन में मौजूदा राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के उत्तराधिकारी चुने जाएंगे। बीजिंग में इस कांग्रेस के लिए इतनी कड़ी सुरक्षा है कि परिन्दा भी पर नहीं मार सकता। फेरी वाले भी खुलेआम नहीं धूम सकते। शहर के 60 हजार टैक्सी ड्राइवरों को शीशे चढ़ाकर ही एक से दूसरी जगह सवारियां ले जानी होंगी। गुरुवार से शुरू हुआ यह सम्मेलन कुल सात दिन का है। सीपीसी की इस महत्वपूर्ण बैठक को सम्बोधित करते हुए निवर्तमान राष्ट्रपति हू जिन्ताओ ने अपने भाषण से चौंका दिया। उन्होंने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार देश और पार्टी के लिए घातक साबित हो सकता है। यही नहीं यदि प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो पार्टी की चूलें भी हिल सकती हैं। अपने नेतृत्व में पार्टी की एक दशक की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए हू ने कहा कि पार्टी को भ्रष्टाचार से लड़ने, निष्ठा को प्रोत्साहित करने और पतन के खिलाफ सतर्प रहने के लिए तुरन्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों से लड़ने में पार्टी को दीर्घकालिक और स्पष्ट राजनीतिक प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए। राष्ट्रपति जब स्वयं भ्रष्टाचार की समस्या के इतने बड़े स्तर पर फैलने की बात करें तो हम अन्दाजा लगा सकते हैं कि चीन में कितना भ्रष्टाचार होगा जो उन्होंने ऐसी बात की। पिछले दिनों अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयार्प टाइम्स ने आम लोगों के प्रति सहानुभूति रखने के लिए विख्यात चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ की सत्ता का रहस्योद्घाटन किया। जियाबाओ के सत्ता में रहने के दौरान उनके परिवार ने 2.7 अरब डॉलर (करीब 144 अरब रुपए) की सम्पत्ति अर्जित की। चीन सरकार ने इस रिपोर्ट को रोकने के लिए बहुत हाथ-पांव मारे पर न्यूयार्प टाइम्स ने इसे अपनी वेबसाइट पर लगा दिया। न्यूयार्प टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि वेन के बेटे-बेटी, छोटे भाई और अन्य नजदीकी रिश्तेदारों ने उनके पद पर रहने के दौरान असाधारण रूप से सम्पत्ति अर्जित की है। चीन में दरअसल भ्रष्टाचार ने महामारी का रूप ले लिया है और कई उच्च स्तरीय अधिकारियों को कठोर सजा भी हुई है। देश और पार्टी हाल के अतीत में शीर्ष नेताओं के बड़े घोटालों से हिल गई है। बदनाम नेता वो जिलाई और पूर्व रेलमंत्री लिऊ फिजुन को भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोपों में बर्खास्त कर दिया। कांग्रेस से ठीक पहले पार्टी न्यूयार्प टाइम्स की इस खोजी खबर से हिल गई कि प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के परिवार ने उनके 10 साल के शासनकाल के दौरान 2.7 अरब डॉलर की सम्पत्ति जमा कर ली है। पार्टी ने वेन के अनुरोध पर ही जांच गठित की। इससे पहले ब्लूमबर्ग संवाद समिति ने उपराष्ट्रपति शीजिन पिंग के परिवार पर भी इसी तरह सम्पत्ति जमा करने का आरोप लगाया जो बतौर राष्ट्रपति और पार्टी प्रमुख हू से कमान सम्भालने जा रहे हैं। चीन में भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है जो अब  धीरे-धीरे दुनिया को पता चल रहा है। भ्रष्टाचार से निपटने की चुनौती नई चीनी लीडरशिप पर जरूर होगी। अगर चीन जैसे अनुशासित देश में भ्रष्टाचार का यह हाल है तो लोकतंत्र में भ्रष्टाचार का क्या हाल होगा, कल्पना करना मुश्किल नहीं। लगता है कि भ्रष्टाचार अब आतंकवाद की तरह फैलता जा रहा है और यह एक वैश्विक समस्या बनता जा रहा है।
           


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