Thursday 15 November 2012

223 वर्षीय अमेरिकी कांग्रेस के इतिहास में पहली बार गीता पर शपथ


 Published on 15 November, 2012
अनिल नरेन्द्र
अमेरिकी चुनाव में जहां एक ओर सभी पांच भारतीय अमेरिकी उम्मीदवार अमेरिकी कांग्रेस में जाने से रह गए वहीं तुलसी गब्बार्ड ने इतिहास रच दिया। वह पहली हिन्दू अमेरिकन हैं जिन्हें कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिपजेंटेटिव्स का मैम्बर बनने का मौका मिला है। इराक वार में शामिल रह चुकीं 31 साल की गब्बार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी के के काउली को हवाई में मोटे अंतर से हराया। उनकी जीत से देशभर में हिन्दू अमेरिकी समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई। डेमोकट्स को सपोर्ट करने वाले इस जिले से एक बौद्ध उम्मीदवार भी जीतकर ऊपरी सदन सेनेंट के लिए चुनी गई हैं। यह हैं माजी हिटोनी जो 2006 में भी कांग्रेस के लिए चुनी गईं पहली बौद्ध बनी थीं और वह इस बार सेनेट पहुंची हैं। अमेरिकी सामोआ में कैथलिक पिता और हिंदू मां के घर जन्मी तुलसी जब महज दो साल की थीं, हवाई लाई गई थीं। बेशक हवाई में हिन्दुओं की संख्या ज्यादा नहीं है पर तुलसी का कहना है मैंने कभी भी भेदभाव महसूस नहीं किया। हवाई में मुझे एक व्यक्ति मिले जिन्होंने कहा कि उनकी बेटी अपने मजहब के बारे में शर्म महसूस करती थी पर मुझसे मिलने के बाद उसे ऐसा महसूस नहीं होता। वह शख्स मेरी जीत से खुश था कि अब अमेरिका में रह रहे सैकड़ों और हजारों युवा हिंदू अपने मजहब के बारे में खुलकर सामने आ सकेंगे। तुलसी अकसर भगवद् गीता के श्लोकों को कोट करती हैं। जनवरी में वह जब शपथ लेंगी तो पहली बार कोई हाउस ऑफ रिपजेंटेटिव्स का सदस्य भगवद् गीता पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण करेगा। हाउस ऑफ रिपजेंटेटिव्स के 223 साल के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब कोई सदस्य भगवद् गीता पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण करेगा। बराक ओबामा की जीत में भारतीय अमेरिकियों का भी योगदान रहा। निर्णायक भूमिका अदा करने वाले पर्पल स्टेटस यानी जंगी राज्यों में करीब तीन चौथाई भारतीय अमेरिकियों ने बराक ओबामा के पक्ष में मतदान किया। अमेरिकी आबादी में करीब आधा फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले हिंदू समुदाय के लिए इस साल की दीवाली खास रही क्योंकि पहली बार उनके धर्म का कोई व्यक्ति अमेरिकी कांग्रेस में निर्वाचित हुआ। तुलसी गब्बार्ड ने देश के हिंदू समुदाय के लिए एक दीवाली वीडियो संदेश में कहा `वाह... गत मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस के लिए पहली हिंदू के तौर पर निर्वाचित हुई हूं। इस उपलब्धि से मैं गौरवान्वित हूं।' हवाई राष्ट्रपति ओबामा का जन्म स्थान भी है। करीब दो मिनट के अपने संदेश में तुलसी ने कहा `आज दीपावली की शुभकामनाएं आपको और आपके परिवार को देते हुए मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं। आप जानते हैं कि दीपक केवल मनोरंजन का पर्व नहीं है बल्कि यह असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। जश्न मनाने के लिए दीपावली से बेहतर कोई समय नहीं हो सकता।' उन्होंने कहा `चुनाव और पचार सब हो चुके हैं। अब समय आ गया है कि हम अपने मतभेद भुलाएं और मिलजुल कर काम करें।' व्हाइट हाउस में भी आज दीपावली मनाई जा रही है। हम सारे देश की ओर से तुलसी गब्बार्ड को उनकी शानदार सफलता पर बधाई देते हैं।

1 comment:

  1. पता नहीं यह क्या हो रहा है, पहले तो विश्वास करना ही मुश्किल है कि कांग्रेस ऐसा सोच सकती है. कांग्रेस ... aagey padhne ke liye yaha clik kare http://politics.jagranjunction.com/2012/11/29/congress-new-policy-of-subsidy/

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