Published on 18 May,
2013
अनिल नरेन्द्र
शुरू से ही विवादों में रहे आईपीएल पर बदनुमा दाग लग
गया है। दिल्ली पुलिस ने इन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में राजस्थान रॉयल्स
के एस. श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को मुंबई में गिरफ्तार कर सनसनी मचा दी
है। इन तीनों को साकेत कोर्ट में पेश किया गया, जहां इन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड
पर भेज दिया गया। कुछ खिलाड़ियों को बहुत जल्द पैसा कमाने की प्रवृत्ति उन्हें डुबा
देती है। हालांकि इन तीनों को एक बोली लगाकर राजस्थान रॉयल्स के मालिकों ने पैसा देकर
सीजन-6 के लिए खरीदा था पर इसके बावजूद पैसा कमाने की होड़ में इन्होंने अपना कैरियर
तो समाप्त किया ही पर साथ-साथ आईपीएल पर भी बदनुमा दाग लगा दिया। पहले आपको बताएं कि स्पॉट फिक्सिंग होती क्या है? इसमें पूरे
मैच फिक्स करने के बजाय निश्चित गेंद, ओवर या खिलाड़ी के व्यक्तिगत प्रदर्शन को फिक्स
किया जाता है। उदाहरण के तौर पर किसी ओवर विशेष में दो नोबाल डाली जाएंगी यह सट्टेबाज
से तय कर दिया जाएगा। गेंदबाज ऐसा करने से पहले किसी तरह का संकेत देगा ताकि उस पर
सट्टा लगाया जा सके। किसी भी मैच को फिक्स करने के लिए टीम के तमाम खिलाड़ियों को फिक्स
करने की जरूरत नहीं होती और स्पॉट फिक्सिंग में एक खिलाड़ी से ही बात बन जाती है। इस
केस में श्रीसंत का करीबी दोस्त जिजू जनार्धन सट्टेबाज चन्द्रsश पटेल के साथ सम्पर्प
में था और यह डील 40 लाख रुपए में हुई। फैसले के अनुसार श्रीसंत ने पहला ओवर बिना तौलिए
के फेंका। दूसरे ओवर में उसने अपनी पेंट में तौलिया रखा और सट्टेबाजों को समय दिया,
उसने कुछ वार्मअप और स्ट्रेचिंग किया। उसने अपने इस फिक्स ओवर में 14 के बजाय 13 रन
दिए। पुलिस ने फिक्सिंग के द्वारा पूरी घटना की क्लिपिंग भी दिखाई। मुंबई में खेले
गए इस मैच में चंदीला को नहीं उतारा गया। उसने अपने नहीं खेलने के बारे में सट्टेबाजों
को बताया और कहा कि अंकित यह काम कर सकता है। अंकित चव्हाण से सट्टेबाजों की 60 लाख
रुपए में डील हो गई। इसमें चंदीला ने माध्यम का काम किया। अंकित को एक ओवर में 13 या
उससे अधिक रन देने थे। इशारे के लिए अंकित को ओवर से पहले रिस्ट बैंड मूव करना था।
उसने पहले ओवर में दो रन दिए और दूसरे ओवर की पहली तीन गेंदों में ही 14 रन दे दिए
और फिर बाकी तीन गेंदों में एक ही रन दिया। जयपुर में राजस्थान और पुणे के बीच खेले
गए मैच में चंदीला और बुकी अमित के बीच बातचीत हुई थी। इसमें अपने स्पैल के दूसरे ओवर
में 14 रन देना तय हुआ। इसके लिए 14 लाख रुपए एडवांस में दिए गए और 20 लाख रुपए बाद
में देने थे। ओवर में चंदीला को 14 रन देने थे। ओवर फेंकने से पहले वह टी-शर्ट उठाकर
संकेत देना भूल गया। सट्टेबाज इस मैच में सट्टा नहीं लगा सके। इसके कारण बहस हो गई
और चंदीला को पैसा वापस करना पड़ा। यह पहला मौका नहीं है जब श्रीसंत आईपीएल में विवादों
में रहे हैं। इससे पहले 2008 में यह तुनकमिजाज तेज गेंदबाज चर्चित थप्पड़ कांड में
फंसा था। श्रीसंत को हरभजन सिंह ने थप्पड़ मारा था जिसके बाद टीवी कैमरों में उन्हें
रोता हुआ दिखाया गया था। आस्ट्रेलिया के ल्यूक पोयरबाक को 2012 के सत्र में मौर्य शेरेटन
होटल में भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए गिरफ्तार किया
गया था। उनके खिलाफ आईपीएल की धारा 354 (महिलाओं के साथ अभद्रता) 353 और धारा 454 के
तहत मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने साफ कहा कि फिक्सिंग
में मुंबई अंडरवर्ल्ड का हाथ है। इसके मास्टर माइंड विदेश में हैं। लेकिन इसके पीछे
दाउद इब्राहिम गिरोह का हाथ है इसके पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। हाल ही में मृत मिलने
वाले स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर बद्रीश दत्त ने एक कॉल से इस मामले का सुराग पकड़ा था।
उन्होंने अंडरवर्ल्ड की मॉनिटरिंग के दौरान क्रिकेट मैच के दौरान सिग्नल देने की बात
सुनी थी। तहकीकात की तो मामला खुलता चला गया। बीसीसीआई ने तीनों प्लेयरों को आईपीएल
से सस्पेंड कर दिया है। बीसीसीआई की अनुशासन समिति जांच करके 30 दिन में देगी रिपोर्ट।
अंकित, अजीत को एम्पायर एयर इंडिया ने भी सस्पेंड कर दिया है। तीनों खिलाड़ियों पर
जिन्दगी भर के लिए बैन लग सकता है। तीनों पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120बी
(आपराधिक साजिश) के तहत केस भी दर्ज हो सकता है। मकोका भी लगने की सम्भावना है और अगर
ऐसा हुआ तो बिना जमानत लम्बे समय तक जेल में रहना पड़ेगा।
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