Wednesday, 24 April 2013

बोस्टन मैराथन धमाकों का केस लगभग सुलझा लिया गया है



 Published on 24 April, 2013 
 अनिल नरेन्द्र 
 अमेरिका और भारत की पुलिस की दो तस्वीरें सामने आई हैं। अमेरिका में बोस्टन धमाकों का केस सुलझा लिया गया है। दो संदिग्धों की पहचान घंटों में की गई और उन्हें घेर लिया गया। पहला संदिग्ध तामेरलन सरनाएव (26) को मार गिराया गया और दूसरे संदिग्ध जोखर सरनाएव को गिरफ्तार किया जा चुका है। अमेरिका के बोस्टन में आतंकियों को पकड़ने के बाद लोगों ने पुलिस के साथ जश्न मनाया। दूसरी ओर हमारे यहां पांच वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के मामले को दो हजार रुपए में रफा-दफा करने की कोशिश में पुलिस के खिलाफ पदर्शन हो रहे हैं। अमेरिका पुलिस का खौफ पूरी दुनिया में है, लेकिन हमारे यहां तो स्थिति बिल्कुल उलट है। हमारे यहां अपराधी तो नहीं लेकिन आम नागरिक जरूर पुलिस से खौफ खाते हैं। 1953 के देश के पहले राष्ट्रीय अपराध सर्वे में कहा गया था कि पुलिस का स्तर बहुत गिर गया है। न तो जांच के तरीके आधुनिक हुए हैं और न ही ग्रामीण थानों में सुविधाएं। यह हालात 60 साल बाद भी नहीं सुधरे हैं। बोस्टन से दिल्ली की आबादी 30 गुना ज्यादा है, लेकिन पुलिस के बजट में ज्यादा अंतर नहीं है। न्यूयार्प की पुलिस जितना पैसा सिर्प गश्त पर खर्च करती है, उससे आधे में दिल्ली पुलिस के वेतन-भत्ते समेत तमाम खर्च निपट जाते हैं। बजट, दक्षता और इच्छाशक्ति तीनों में हमारी पुलिस बोस्टन से काफी पीछे है। बोस्टन मैराथन में हुए दोनों बम विस्फोटों के पीछे की मंशा का अभी तक पता नहीं चल सका और दूसरी ओर आत्महत्या के पयास के दौरान गले में गंभीर चोट लगने के कारण घायल हमलों का एक मात्र जीवित संदिग्ध बोलने की अवस्था में नहीं है। अधिकारियों ने जोखर सरनाएव को लगी चोटों के संबंध में विस्तार से जानकारी नहीं दी लेकिन एक अनाम अधिकारी ने कहा कि 19 वर्षीय संदिग्ध के गले में इयूग लगाई गई है और उसे बेहोशी की दवा दी गई है। सीबीएस न्यूज की खबर के अनुसार जोखर ने गिरफ्तार होने से पहले आत्महत्या करने की कोशिश की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वाटर हाउस से जब उसे गिरफ्तार किया गया उस वक्त उसके शरीर पर गोली लगने के दो जख्म थे, उनमें से एक गले में था। गले में लगी गोली शायद आत्महत्या के पयास का नतीजा है। दोनों संदिग्धों में से एक ने मैराथन हमले के बाद दोस्तों के साथ पार्टी की थी और संगीत को लेकर ट्विट किया था। बीते बुधवार को 19 वर्षीय जोखर सरनाएव ने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्यूसेट्स डर्टमाउथ में एक सामान्य दिन बिताया था। वह इस विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। बोस्टन घटना के एक संदिग्ध को मार गिराने व दूसरे की गिरफ्तारी के बाद हालांकि अमेरिका में शांति है पर बहुत से सवाल अब भी हैं जिसे लेकर ओबामा पशासन बेचैन है। मसलन इन धमाकों का मक्सद क्या है? दूसरे गिरफ्तार संदिग्ध जोखर सरनाएव (19) से पूछतांछ में कई बातों का खुलासा हो सकता है। इस बीच धमाके के पहले संदिग्ध तामेरलन सरनाएव (26) के बारे में नए खुलासे सामने आए हैं। खबरों के मुताबिक वह पहले ही सवालों के घेरे में था। रूस के आग्रह पर एफबीआई ने जनवरी 2011 में उससे पूछताछ की थी। मास्को को शक था कि तामेरलन के चेचेन आतंकियों से संबंध हैं। इसी पूछताछ के आधार पर उसका नागरिकता आवेदन रिजेक्ट हो गया था। पुलिस द्वारा मार गिराए जाने के वक्त भी उसकी नागरिकता के आवेदन की जांच चल रही थी। दरअसल नागरिकता अर्जी दाखिल करने से कुछ सप्ताह पहले वह छह माह के लिए रूस गया था। वह अपनी यात्रा के दौरान दागिस्तान और चेचन्या गया था। दोनों ही जगहों पर सकिय अलगाववादी आंदोलन चल रहे हैं। कुछ सांसदों ने रूस के संदेह के बाद भी एफबीआई के नरम रुख पर चिंता व्यक्त की थी। जांच चल रही है और जिस स्पीड से अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां काम कर रही हैं, वह जल्द ही केस को सुलझा लेंगी।

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