Published on 3 April,
2013
अनिल नरेन्द्र
पाकिस्तान ने एक बार फिर बर्बरता की सारी हदें पार कर दी हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाकिस्तान
की कोट लखपत जेल में मारे गए चमेल सिंह के शरीर के अन्दर से सारे अहम अंग निकाले जाने
का खुलासा हुआ है। पाकिस्तान ने भारतीय कैदी चमेल सिंह का शव अटारी सीमा पर भारतीय
अधिकारियों को 13 मार्च को सौंपा था। जम्मू जिले के निवासी चमेल सिंह की जनवरी में
संदिग्ध अवस्था में लाहौर की कोट लखपत जेल में मौत हुई थी। वह गलती से वर्ष 2008 में
सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम करने के दौरान डाक्टरों
ने पाया कि उनके शव में दिल, किडनी, लीवर जैसे कई अहम अंग नहीं थे। ऐसे हालात में मौत
के कारणों के बारे में पता लगाना सम्भव नहीं था। अवैध तरीके से पाकिस्तान में प्रवेश
करने के आरोप में पांच वर्ष की सजा काट रहे 40 वर्षीय चमेल सिंह की मौत कथित तौर पर
जेल के अधिकारियों की पिटाई के कारण हुई थी। दुखद पहलू यह भी है कि चमेल सिंह की सजा
2015 में पूरी हो जाती। कोट लखपत जेल में इस समय 33 भारतीय कैदी बन्द हैं। भारत ने
पाकिस्तान से कहा है कि वह पाकिस्तानी जेल में भारतीय कैदी चमेल सिंह की किन परिस्थितियों
में मृत्यु हुई, इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की एक प्रति भारत
को सौंपे। भारत चमेल सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए पाकिस्तान पर लगातार दबाव
बना रहा है। पोस्टमार्टम के दौरान एक भारतीय अधिकारी के मौजूद रहने के संबंध में पाकिस्तान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान पर भारतीय अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम के दौरान
भारतीय उच्चायोग का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। पोस्टमार्टम विशिष्ट मेडिकल प्रक्रिया
है जिसमें कूटनीतिक मिशन के सदस्यों की कोई भूमिका नहीं है। सूत्रों ने बताया कि इस्लामाबाद
में मौजूद भारतीय अधिकारी इस मामले में या पूर्व किसी अन्य मामले में ऐसे किसी भी पोस्टमार्टम
के दौरान उपस्थित नहीं रहे हैं। उन्होंने चमेल सिंह के पोस्टमार्टम कराने में विलम्ब
करने के लिए भी पाकिस्तान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई स्पष्टीकरण
नहीं है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने क्यों पोस्टमार्टम कराने और शव सौंपने के लिए
तकरीबन दो महीने का वक्त लिया। भारत पाकिस्तान को इस सिलसिले में कई रिमाइंडर भेज चुका
है पर अभी तक पाकिस्तान ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया है। प्राथमिक रिपोर्ट में पाक
की ओर से कहा गया था कि चमेल सिंह के शव पर चार चोट के निशान पाए गए थे। इसमें दाएं
घुटने के जोड़ में फ्रैक्चर भी था। बाएं घुटने के जोड़ से दो सेंटीमीटर का एक खरोंच,
जीभ के ऊपरी हिस्से पर चोट के निशान और जांघ पर भी दाग थे। चमेल सिंह को सरकारी जिन्ना
अस्पताल में डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। धोखाधड़ी के मामले में कोट लखपत जेल
में 42 महीने की सजा पूरी करने वाले ईसाई वकील
तहसीन खान ने दावा किया कि सिंह की जेल कर्मियों द्वारा पिटाई करने के बाद मृत्यु हो
गई थी।
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