Friday, 19 April 2013

सत्ता में आने पर सपाई गुंडों को सिखाएंगे सबक ः मायावती



 Published on 19 April, 2013 
 अनिल नरेन्द्र 
उत्तर पदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है और अखिलेश यादव सरकार की किरकिरी बढ़ती जा रही है। अब जनता यहां तक कहने लगी है कि इससे तो अच्छी मायावती सरकार थी कम से कम गुंडों में भय तो था, डर तो था। मायावती ने पदेश सरकार के खिलाफ तल्ख तेवर दिखाते हुए चेतावनी दी कि बसपा को सत्ता मिली तो कानून तोड़ने व दलितों को सताने वालों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे याद रखेंगे। कानून व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट करार देते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार के एक साल के कार्यकाल में ही जनता त्रहि-त्रहि करने लगी है। उप में सपा के गुंडों, बदमाशों, अराजक तत्वों का राज चल रहा है। डा. अम्बेडकर की 122वीं जयंती के मौके पर लखनऊ के गोमती नगर स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में बहनजी ने कहा कि बसपा ने जिन भूमिहीनों को सरकारी जमीन का पट्टा दिया था, सरकार बदलते ही सपाइयों ने उस पर कब्जा कर लिया, फसलें काट लीं। मायावती ने कहा कि बसपा की सरकार बनने पर दलितों और पिछड़ों की जमीन पर कब्जा करने वाले सपा के गुंडों को सबक सिखाया जाएगा। उनको ऐसा तोड़ा जाएगा कि वे जीवन में कभी जमीन पर कब्जा न करें। बसपा पमुख ने एक और बात कही, उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के एक साल के शासनकाल में ही सर्वाधिक दंगे हुए हैं। मायावती अकेली नहीं जो वर्तमान सपा सरकार को कोस रही हैं। उत्तर पदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी पसाद मौर्य ने कहा कि सूबे में इस समय चल रही सपा सरकार गूंगी-बहरी, अंधी व तमाशबीन है। उन्होंने कहा कि सरकार को गुंडे व माफिया चला रहे हैं। यही कारण है कि बजाय गुंडों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हें सपा सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। सूबे में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है। आम आदमी का विश्वास सरकार से उठ गया है। उत्तर पदेश में कानून व शासन का यह हाल है कि बुलंदशहर में दुष्कर्म पीड़ित किशोरी को हवालात में बंद करने की घटना के मामले में किरकिरी करा चुकी उत्तर पदेश पुलिस सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता व उसके पिता को उठाकर थाने ले आई। किशोरी को बयान बदलने के लिए पीटा गया। डीआईजी, मुरादाबाद अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने आरोपी थानाध्यक्ष, दारोगा और महिला सिपाही को निलंबित कर दिया है। यही नहीं अपने राजनीतिक पतिद्वंद्वियों को किस तरह पताड़ित किया जा रहा है, बदले की भावना से काम किया जा रहा है इसका एक उदाहरण सांसद जयपदा के साथ किए गए व्यवहार से मिलता है। अपनी कार पर अवैध रूप से लाल बत्ती लगाने के आरोप में रामपुर के एआरटीओ कौशलेन्द्र पताप यादव ने जयपदा पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर जुर्माने की राशि जमा नहीं की गई तो रामपुर आने पर कार जब्त कर ली जाएगी। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता व लोकमंच के संयोजक अमर सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस अपमान के पीछे सपा कैबिनेट मंत्री आजम खान का हाथ है। उन्होंने आजम की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि जब तक वह मंत्रिमंडल में रहेंगे तब तक महिलाओं के साथ बदसलूकी नहीं रुक सकती। उल्लेखनीय है कि एआरटीओ ने पुलिस बल की मौजूदगी में सांसद जयपदा के कैंप कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ी से लाल बत्ती उतार ली। इतना ही नहीं अवैध रूप से लाल बत्ती लगाने पर गाड़ी का चालान भी काट दिया गया। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष एवं सांसद पीएल पूनिया ने सूबे की अखिलेश सरकार को सभी मोर्चों पर विफल करार देते हुए कहा कि पदेश की जनता ने काफी अपेक्षाओं से अखिलेश को वोट दिया था, उसे अखिलेश यादव से बड़ी आशाएं थीं लेकिन जनता को सरकार ने निराश किया है। पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केन्द्र के धन को पदेश सरकार के नाम पर खर्च कर जनता को गुमराह किया है। आज पदेश की जनता पूरी तरह असुरक्षित है और भय व आतंक के साए में जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा से ही गुंडागर्दी की पोषक रही है। आज सपाइयों ने सूबे में जो गुंडागर्दी फैला रखी है वह किसी से छिपी नहीं। दुर्भाग्य की बात यह है कि वर्तमान सरकार इसे रोकने में सफल होती नहीं दिख रही।

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