Wednesday 16 January 2013

उद्योगपतियों ने तो मोदी को अपना भविष्य का नेता चुन लिया



    Published on 16 January, 2013    
अनिल नरेन्द्र
 अगर भारत के उद्योग जगत को भारत का अगला प्रधानमंत्री चुनना हो तो हम दावे से कह सकते हैं कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही देश का अगला प्रधानमंत्री चुनेंगे। जिस तरीके से प्रमुख उद्योगपतियों ने नरेन्द्र मोदी की तारीफ में पुल बांधे ऐसी तारीफ वह भी खुलकर सार्वजनिक मंच पर पहले शायद ही किसी राजनेता की की हो। लगातार तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने वाले नरेन्द्र मोदी को `इंडिया इंक' ने हाथों हाथ लिया है। मोदी के वायब्रेंट गुजरात सम्मेलन में जुटे देश-विदेश के दिग्गज उद्योगपतियों ने उनके विकास मॉडल को श्रेष्ठ बताते हुए उनकी नेतृत्व की तारीफ की। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अम्बानी ने जहां नरेन्द्र भाई को एक दूरदृष्टि वाला नेता बताया वहीं उनके छोटे भाई और एडीएजी के प्रमुख अनिल अम्बानी ने तो मोदी की तुलना महात्मा गांधी और सरदार पटेल से ही कर दी। अनिल अम्बानी ने कहा कि जिस तरह महात्मा गांधी और सरदार पटेल ने गुजरात को चमकाया उसी श्रेणी में नरेन्द्र मोदी आज खड़े हैं। उन्होंने कहा कि अर्जुन की तरह मोदी की निगाहें सदैव लक्ष्य पर रहती हैं। वह पहले लक्ष्य तय करते हैं और फिर पूरा करने में जुट जाते हैं। बड़े भाई मुकेश अम्बानी ने कहा कि मोदी में अपनी सोच को हकीकत में बदलने की अद्भुत क्षमता है। रिलायंस को गर्व के साथ गुजराती कम्पनी बताते हुए मुकेश ने कहा कि हमने इसी जमीन से अपनी शुरुआत की थी और बार-बार वापस आकर यहीं निवेश किया। मुकेश ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय में 500 करोड़ रुपए के नए निवेश की भी घोषणा की। ममता बनर्जी के विरोध के बाद पश्चिम बंगाल के सिंगूर से अपनी महत्वाकांक्षी नैनो परियोजना को गुजरात के सागंद लेकर आए टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने भी कहा, समूह ने पहले गुजरात में निवेश नहीं करके बेवकूफी की। अकेले टाटा कैमिकल के जरिए गुजरात में निवेश करना हमारी गलती थी। अब टाटा समूह यहां 34 हजार करोड़ का निवेश करने को तैयार है। महिन्द्रा  ग्रुप के आनन्द महिन्द्रा ने कहा कि आज लोग गुजरात के विकास को चीन के मॉडल पर करार दिया गया विकास बताते हैं। लेकिन वह दिन दूर नहीं जब लोग कहेंगे कि चीन में गुजरात के मॉडल पर विकास हो रहा है। निर्माण के क्षेत्र में गुजरात को अग्रणी बताते हुए अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा, गुजरात की आबादी भारत की आबादी का पांच प्रतिशत है। जबकि भारत के निर्यात में गुजरात का 25 फीसद है। `इंडिया इंक' के सुर में सुर मिलाते हुए ब्रिटिश उच्चायुक्त जेम्स बेवन ने कहा, हम गुजरात के साथ व्यापारिक ही नहीं सामाजिक रिश्ता बनाने आए हैं। गुजरात व्यापार और निवेश के साथ दोस्ताना व्यवहार के लिए भी जाना जाता है। अम्बानी बंधुओं से लेकर टाटा, महिन्द्रा समेत तमाम उद्योगपतियों, सभी को एक समानता नजर आई और वह है कि नरेन्द्र मोदी भविष्य के नेता हैं। यह वाकई ही मोदी की एक बड़ी उपलब्धि है कि देश का उद्योग जगत उन पर भरोसा कर रहा है और उन्हें  बढ़चढ़ कर सहयोग करने के लिए तैयार है। लेकिन सिर्प उद्योग जगत ही नहीं राज्य की आबादी के एक बड़े हिस्से ने भी मोदी के प्रति विश्वास  प्रकट किया है और यह अकारण नहीं है। मोदी ने आधुनिक विकास का एक सपना दिखाया और उस सपने को जमीन पर उतारने की दृढ़ इच्छाशक्ति भी दिखाई। वह आगे बढ़ने की बात करने वाले और सकारात्मक सोच वाले राजनेता के रूप में सामने आए हैं। यही वजह है कि गुजरात का मिडिल क्लास और खासकर युवा जेनरेशन को उनमें एक नई उम्मीद दिखाई देती है। उन्होंने राज्य को एक प्रशासन दिया जो न केवल भ्रष्टाचार से मुक्त था पर साथ-साथ कानून व्यवस्था की दृष्टि से भी एक आदर्श राज्य रहा। जब से मोदी सत्ता में आए हैं सिवाय गोधरा कांड के हुए दंगों के अलावा कोई दंगा नहीं हुआ। हां, पर कुछ तत्व इस दंगे को भूलने नहीं देते और इसी से मोदी की टांग खींचने में लगे रहते हैं। मोदी की कठिनाई यह है कि आज भी देश के अधिकांश अल्पसंख्यक मोदी को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते।

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