Thursday 31 January 2013

शाहरुख की छोटी-सी टिप्पणी पर इतना बड़ा बवाल


  Published on 31 January, 2013
 अनिल नरेन्द्र
बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरुख खान की सुरक्षा पर नापाक नसीहत भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार का नया सबब बन गई है। आखिर यह मामला है क्या? 21 जनवरी न्यूयार्प टाइम्स के सहयोग से प्रकाशित पत्रिका आउटलुक टर्निंग प्वाइंट्स का अंक बाजार में आया था। पत्रिका को दिए इंटरव्यू में शाहरुख खान ने अपने मन की कई बातों का खुलासा किया। इसमें उन्होंने यह भी कहा है कि भारत में कुछ ही नेता हर मुसलमान को देशद्रोही नजरिए से देखते हैं। इस पीड़ा से एक मुस्लिम होने के नाते वे कई बार खुद गुजरे हैं। ऐसे में उन्हें देश प्रेम जताने के लिए कुछ न कुछ बोलना पड़ता है। जबकि उनके पिता एक स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। उनकी पत्नी गौरी एक हिन्दू हैं। उनके जीवन में कभी भी धर्म के सवाल पर तनाव नहीं हुआ। लेकिन कुछ  लोग मुसलमानों को गलत नजरिए से देखते हैं। ऐसे में उनके जैसा शख्स भी कई बार अपने को असुरक्षित पाता है। इंटरव्यू देते समय शाहरुख खान को शायद ही अन्दाजा रहा हो कि इस पर इतना बड़ा बवाल खड़ा हो जाएगा। इस इंटरव्यू के छपते ही मुंबई हमले के मास्टर माइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद ने शाहरुख खान की आप बीती का हवाला देते हुए उन्हें पाकिस्तान में  बसने का न्यौता दे डाला और उनकी पूरी सुरक्षा की गारंटी ली। हाफिज सईद से न तो किसी ने पूछा कि वह भारत के अंदरुनी मामलों में टांग अड़ाएं और न ही शाहरुख को आप जैसों की हमदर्दी या मदद की दरकार है। पर टांग जबरन अड़ाने की पाकिस्तान की आदत-सी बन गई है। सईद के बयान के दो दिन बाद ही पाक के गृहमंत्री रहमान मलिक भला पीछे कैसे रहते वह भी बिन बुलाए मेहमान की तरह मैदान में कूद पड़े। रहमान मलिक ने इस्लामाबाद के एक टीवी चैनल पर कह दिया कि भारत के लोग और वहां की सरकार सुपर स्टार शाहरुख को और ज्यादा सुरक्षा दे। क्योंकि यह अभिनेता भारत के साथ उनके मुल्क में भी बहुत लोकप्रिय है। रहमान मलिक ने कहा कि मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि कृपया वह शाहरुख को सुरक्षा प्रदान करे। रहमान मलिक के इस बयान पर भारत सरकार और तमाम राजनीतिक दलों ने तीखी प्रक्रिया व्यक्त की है। मलिक के सुझाव को खारिज करते हुए केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने कहा कि हम अपने नागरिकों की सुरक्षा करने में सक्षम हैं। सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भारत सरकार के सभी नागरिकों की एक समान देखभाल का तर्प देते हुए कहा कि मलिक को अपने देश में अल्पसंख्यकों की स्थिति सुधारनी चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि अपने देश में अल्पसंख्यकों की चिन्ता करें रहमान मालिक। तो भाजपा ने ओसामा बिन लादेन को शरण देने वाले देश के गृहमंत्री के बयान को हास्यास्पद बताया। 24 घंटे की चुप्पी के बाद खुद शाहरुख खान ने रिएक्ट करते हुए मंगलवार को कहा कि इस मामले में टिप्पणी करने से पहले लोग लेख को ठीक से पूरा पढ़ें और समझें। उन्होंने कभी नहीं कहा कि उन्हें भारत में डर लगता है। वह यहां पूरी तरह सुरक्षित हैं। मुझे अपनी देशभक्ति साबित करने की जरूरत नहीं है। शाहरुख ने कहा कि हिन्दू बनेगा, न मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा। मुझे करोड़ों भारतीय लोगों का प्यार मिला है और भारतीय होने पर मुझे गर्व है। उन्होंने मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंने जो कहा है मीडिया वही लोगों को दिखाए। कुछ लोगों ने फायदे के लिए मुझ पर निशाना साधा है। मुझे दुख होता है कि आज मुझसे अपनी देशभक्ति साबित करने को कहा जा रहा है। शाहरुख ने बिना किसी का नाम लिए यह स्पष्ट किया कि कोई उन्हें बेवजह सलाह न दे। उन्होंने पाक मंत्री रहमान मलिक को भी सलाह दी कि बाहरी लोग इस मामले में अपनी टिप्पणी न करें। जैसा मैंने कहा कि शाहरुख खान ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि इतनी छोटी-सी बात का इतना बड़ा बवाल बन जाएगा।

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