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अप्रैल से शुरू हुए लॉकडाउन-2 के दौरान सरकार ने
20 अप्रैल से कई सेवाओं में राहत देने का फैसला किया था। छूट
वाली श्रेणी में ई-कॉमर्स वाली कंपनियों को भी शामिल किया गया
है। यह कंपनियां होम डिलीवरी की सेवाएं देती हैं। मगर जिस तरह से हाल में दिल्ली में
पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय कोरोना पॉजिटिव मिला, वह चिंता का विषय
जरूर है। लॉकडाउन के दौरान आप घर में ही रहते हैं, कहीं बाहर
नहीं जाते, लिहाजा सोशल डिस्टेंसिंग तो अपने आप हो जाता है। जब
आप बाहर ही नहीं निकलोगे तो किसी के साथ सामाजिक मेलजोल का सवाल ही नहीं उठता। पर घर
बैठे-बैठे अगर बच्चों ने पिज्जा मंगवा लिया और यही आपकी मौत का कारण बन जाए तो इसमें आपकी
क्या गलती है? हुआ यही कि दिल्ली की एक कॉलोनी में उन्होंने पिज्जा
का ऑर्डर फोन से दिया। पिज्जा उनके घर पर डिलीवर हो गया। उस पिज्जा ब्वॉय को कोरोना
था। उसे भी शायद यह पता नहीं होगा। इससे जहां-जहां उसने पिज्जा
डिलीवर किया वहां-वहां कोरोना संक्रमित होने का अंदेशा हो गया।
लिहाजा एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय की वजह से 72 परिवार जो उसके
संपर्प में आए थे वह क्वारंटीन हो गए। पिज्जा ब्वॉय के कोरोना पाए जाने के बाद कई कॉलोनियों
ने अपने स्तर पर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जैसे कि डिलीवरी ब्वॉय के हाउसिंग सोसाइटी
में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। बहुत-सी कॉलोनियों में तो बैरिकेड
लगा दिए गए हैं। अगर किसी का सामान आता है तो वह खुद बैरिकेड तक जाकर अपना सामान ले
रहे हैं। हम सुंदर नगर में रहते हैं। हमारी आरडब्ल्यूए ने यही इंतजाम किया हुआ है।
गेट के अंदर कॉलोनी में किसी भी डिलीवरी ब्वॉय को आने की इजाजत नहीं है। सामान अगर
आता है तो हमारे घर का कोई आदमी गेट पर जाता है और वहीं सामान कलैक्ट कर लेता है। वहीं
स्थानीय लोगों को पुलिस और आरडब्ल्यूए समझा रहे हैं कि वह स्थानीय सब्जी-फल विकेताओं से ही खरीददारी करें। कुछ कॉलोनियों ने स्थानीय विकेताओं की पहचान
कर 100 से अधिक टोकन वितरित किए हैं। खरीददारी के लिए सुबह 7
से 12 बजे और शाम 5 से रात
9 बजे तक समय निर्धारित किया है। ऐसे ही कई अन्य कदम उठाए जा
रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने में मदद मिल रही है।
आप भी कोई जोखिम न उठाएं। पार्सल को सेनिटाइज जरूर कर लें। सेफ रहें सुरक्षित रहें।
-अनिल नरेन्द्र
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