Tuesday 28 April 2020

आखिर कहां हैं मौलाना साद? 26 दिन बाद भी हाथ खाली

तबलीगी जमात के मौलाना मोहम्मद साद तक दिल्ली पुलिस 26 दिन बाद भी नहीं पहुंच सकी है। साउथ-ईस्ट दिल्ली के जाकिर नगर में उनके क्वारंटीन होने की चर्चा थी, जिसका पीरियड खत्म होने के 10 दिन बाद भी वह सामने नहीं आए। क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को शामली में छापेमारी की, लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा। सूत्र बताते हैं कि क्राइम ब्रांच के पास फिलहाल साद की कोई जानकारी नहीं है। कुछ लोग कहते हैं कि वह हरियाणा के मेवात में हैं तो कुछ कहते हैं कि दिल्ली पुलिस कह रही है कि पहले वह अपना कोरोना का टेस्ट करवाएं फिर हम उन्हें गिरफ्तार करेंगे। अगर ऐसा है तो इसका मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि पुलिस को यह मालूम है कि मौलाना साद कहां हैं और वह उन्हें जानबूझकर उन पर इसलिए हाथ नहीं डाल रही क्योंकि वो कोरोना से ग्रसित न हों? खबर है कि मौलाना साद ने कोरोना टेस्ट करवा लिया है। साद रिपोर्ट आने के बाद उसे क्राइम ब्रांच को सौंपेंगे। साद को पिछले सप्ताह ही क्राइम ब्रांच ने एम्स या फिर किसी सरकारी संस्थान से कोरोना टेस्ट कराने को कहा था। इसके लिए क्राइम ब्रांच ने जब उनके घर की तलाशी ली थी तो बेटे को भी इसके बारे में कहा था। मौलाना साद ने कहा कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मेरे बेटे से कहा था कि कोरोना जांच कराएं। हम उस निर्देश के मुताबिक कोरोना वायरस की जांच करा चुके हैं। लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। जांच रिपोर्ट आते ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को इसकी जानकारी दी जाएगी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच जो कह रही है, हम उनका पालन कर रहे हैं। साद एक के बाद एक वीडियो जारी कर चुके हैं। इन ऑडियो के जरिये वह जमातियों को लगातार संबोधित करते रहे हैं और उनसे एहतियात बरतने को कह रहे हैं। पिछले महीने निजामुद्दीन मरकज के भीतर हजारों की संख्या में लोग आए थे। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि देश में 4291 जमाती कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जो भारत के कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों का 29.8 प्रतिशत है। इनकी वजह से 23 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोरोना से प्रभावित हैं। सूत्रों के मुताबिक यह सिर्प अभी तक पॉजिटिव पाए गए मरीज हैं। सैकड़ों जमाती क्वारंटीन सेंटरों में हैं, जिनके भीतर भी वायरस होने की आशंका है। फिलहाल देशभर में एक हजार से ज्यादा जमातियों के ठिकानों के बारे में पुलिस और प्रशासन अनजान है। मौलाना साद की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बने हुए हैं। जांच एजेंसियां और पुलिस कोरोना वायरस की महामारी से उपजे हालातों में पहले से ही कड़ी चुनौतियों का सामना कर रही हैं।

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