Friday, 10 April 2020

अब जानवर भी कोरोना के निशाने पर

दुनियाभर में लगभग 76000 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका कोरोना वायरस को लेकर हाल ही में आई एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने लोगों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शुमार अमेरिका में इस वायरस के संक्रमण अब जानवरों तक पहुंच गया है। अमेरिका के न्यूयॉर्प शहर स्थित वन्यजीव संरक्षण समिति के ब्रोक्स चिड़िया घर में अलमन प्रजाति की बाघिन नादिया कोविड-19 से संक्रमित पाई गई है। यह चिड़िया घर मार्च के मध्य से बंद है, विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ की देखभाल करने वाले कर्मचारी से संक्रमण हुआ है, जिसके लक्षण दिखाई नहीं दिए। चिड़िया घर में चार वर्षीय बाघिन नादिया तीन अन्य बाघ व तीन अफ्रीकी शेरों को सूखी खांसी हो रही है। हालांकि सभी के ठीक होने की उम्मीद है। प्रबंधन ने कहाöइनकी भूख में कुछ कमी देखने को मिली है। न्यूयॉर्प के ब्रोक्स चिड़िया घर का मामला किसी गैर-पालतू जानवर में संक्रमण का यह पहला मामला है। पहले हांगकांग में संक्रमित एक व्यक्ति के परिवार में दो कुत्तों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। कुत्तों में लक्षण नहीं दिख रहे थे। बेल्जियम में भी एक बिल्ली का टेस्ट पॉजिटिव आया था। इस बिल्ली में सांस लेने में कठिनाई व अदम जैसे लक्षण दिखाई दिए थे। अभी तक इसके सुबूत नहीं हैं कि पालतू जानवर या दूसरे जानवर अन्य लोगों में कोविड-19 फैला सकते हैं। अमेरिका में इस चिड़िया घर में बाघिन नादिया के कोरोना संक्रमित होने के बाद भारत के उत्तराखंड स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्प प्रबंधन और वन विभाग सतर्प हो गया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने परामर्श जारी किया है। एनटीसीए ने बाघों के आबादी वाले क्षेत्र में दिखाई देने पर उनकी जांच के निर्देश दिए हैं। कार्बेट नेशनल पार्प में 259 से अधिक बाघ हैं। सोमवार को एनटीसीए के अधिकारियों ने वन विभाग व कार्बेट प्रशासन को गाइड लाइन जारी की है। इसमें सीसीटीवी, ड्रोन, हाथी गश्त और थर्मल कैमरों से बाघों पर 24 घंटे नजर रखने को कहा गया है। अस्वस्थ दिख रहे बाघों की तत्काल कोरोना जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। डॉ. वाईएस झाला वैज्ञानिक, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून का कहना है कि बाघिन के कोरोना संक्रमित होने पर कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि अभी इंसानों में ही इसके फैलने को लेकर पुख्ता जानकारी नहीं। यह जानवरों में भी हवा से जुकाम की तरह या सम्पर्प में आने से फैल सकता है। बाघों से इंसान में फैलना मुश्किल है क्योंकि वह पास नहीं आते। चाइनीज एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज और चीन के नेशनल हार्ट कन्टेनमेंट लेबोरेट्ररी फॉर एनिमल डिजीज कंट्रोल एवं प्रीवेंशन के एक शोध में कहा गया है कि कुत्ते, सूअर, मुर्गियों और बत्तखों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना कम हैजबकि उदबिलाब और बिल्लियों में इस वायरस से संक्रमित होने की संभावना ज्यादा है।

-अनिल नरेन्द्र

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