Monday 13 April 2020

आतंकी संगठन कोरोना को बना सकते हैं हथियार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनिया गुतरेस ने कहा कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी ने एक झलक दिखा दी है कि किस तरह से एक जैविक आतंकी हमला पूरे विश्व को तबाह कर सकता है। डोसिनक रिपब्लिक की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में उन्होंने कहा कि आतंकी संगठनों को अगर इस वैश्विक महामारी के घातक विषाणु मिल गए तो वो इसका इस्तेमाल जैविक आतंकी हमला करने में कर सकते हैं। आतंकी संगठनों को महामारी ही एक अवसर लग सकता है, जबकि पूरे विश्व में सरकारों का पूरा ध्यान कोरोना वायरस से निपटने में ही लगा है। गुतरेश की चेतावनी सही साबित हो रही है। वैश्विक महामारी कोरोना को भारत में फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारें हर संभव कदम उठा रही हैं। वहीं कुछ लोग इन कोशिशों को नाकाम करने में जुटे हैं और कुछ लोग कोरोना को और फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। पश्चिमी चंपारण (बेतिया) के जिलाधिकारी पुंदन कुमार का एक पत्र सामने आने के बाद खुलासा हुआ है कि सीमा पार से कुछ लोग भारत और खासकर बिहार में रणनीति के तहत कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाना चाहते हैं। नेपाल की सीमा के रास्ते एक कुख्यात हथियार और जाली मुद्रा तस्कर द्वारा कोरोना विषाणु संक्रमितों को भारत में भेजने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) ने अपनी सभी टुकड़ियों को सतर्प कर दिया है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एसएसबी के महानिदेशक कुमार राजेश चन्द के मुताबिक भारत और नेपाल, दोनों देश सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रूप से कदम उठा रहे हैं। सामने आई खुफिया जानकारी में कहा गया है कि विभिन्न देशों में काम करने वाले लगभग 200 भारतीय पांच-छह पाकिस्तानी नागरिकों के साथ सीमा के उस पार चंदनबरसा और खैखा गांव में मस्जिद में ठहरे हुए हैं। इससे पहले बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़ में स्थित एसएसबी की 47वीं बटालियन को स्थानीय जिला प्रशासन ने पत्र के जरिये इस आशय की जानकारी दी थी कि सीमा पार से कोरोना संक्रमित संदिग्धों को भारत में दाखिल कराया गया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अपने पत्र में कहा है कि कोरोना संदिग्धों को भारत में दाखिल कराया गया है। इन लोगों का मकसद भारत में कोरोना संक्रमण फैलाना है। पत्र के मुताबिक भारत में दाखिल होने वाले लोगों को जालिम मुखिया नाम के शख्स ने भारत में दाखिल कराया है। जालिम मुखिया हथियार तस्कर है। वह नेपाल के जिला पारसा के सेरवा थानांर्गत जयनाथपुर गांव में रहने वाला है। इस बारे में बिहार के गृह सचिव समीर सुबानी ने कहा कि सभी बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। गृह मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है। इस पत्र को लेकर एसएसबी के महानिदेशक ने बताया कि नेपाल से लगी 1752 किलोमीटर लंबी सीमा पर सभी टुकड़ियों को सतर्प किया जा चुका है। हालांकि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए देश में लागू पूर्ण लॉकडाउन के चलते सीमा पार से आवाजाही बंद है। उन्होंने कहा कि जब तक इस साजिश का पर्दाफाश नहीं हो जाता, तब तक हमने सभी टुकड़ियों को सावधान रहने के लिए कहा है। बलों की टुकड़ियों को गश्त और इलैक्ट्रॉनिक निगरानी बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।

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