गौतमबुद्ध नगर में भयंकर रूप से धारण करते जा रहे कोरोना वायरस से निपटने के
इंतजाम देखने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को दोपहर ग्रेटर नोएडा
आए थे। योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिले
में बेकाबू होते कोरोना वायरस के बारे में जब मुख्यमंत्री ने सवाल किया तो डीएम बीएन
सिंह ने सफाई देने की कोशिश की। समीक्षा बैठक के दौरान लगी फटकार के बाद जिलाधिकारी
ने मुख्य सचिव आरके तिवारी को पत्र लिखकर तीन महीने की छुट्टी मांगी। सोशल मीडिया पर
एक वीडियो भी वायरल हो गया है जिसमें मुख्यमंत्री अधिकारी को बकवास बंद करने के लिए
कह रहे हैं। जिलाधिकारी की छुट्टी मांगने का एक पत्र मीडिया में लीक हो गया। मामले
को लेकर मचे हड़कंप के बाद मुख्य सचिव ने देर शाम बताया कि सिंह को नोएडा के जिलाधिकारी
पद से हटाकर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है। डीएम बीएन सिंह की जगह सुहास एलवाई
गौतमबुद्ध नगर के नए डीएम होंगे। सुहास पद्भार ग्रहण करने के लिए नोएडा रवाना हो गए
हैं। इससे पहले कोरोना संक्रमण से उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर से सर्वाधिक 37 मरीज मिलने पर पूर्ण बंदी के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री
आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले नोएडा की सीजफायर कंपनी में
आए ब्रिटिश नागरिकों और उसके कारण जिले में फैले संक्रमण पर सवाल किया। इसके बाद दिल्ली
से आए प्रवासी मजदूरों की बात की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और डीएम बीएन सिंह ने जवाब
देने की कोशिश की लेकिन योगी ने नाइत्तेफाकी जाहिर कर दी। मुख्यमंत्री की ओर से इंतजामों
पर नाराजगी जाहिर करने पर डीएम बीएन सिंह ने कहा कि वह रोजाना 18 घंटे काम कर रहे हैं। इसके बावजूद अगर हालात संभल नहीं रहे तो वह गौतमबुद्ध
नगर में तैनात नहीं रहना चाहते। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें जमकर फटकार लगाई। जिलाधिकारी
बीएन सिंह ने मुख्यमंत्री के लौटते ही एक पत्र यूपी के मुख्य सचिव को लिखा। मुख्य सचिव
तिवारी ने कहा कि सिंह ने छुट्टी के लिए उन्हें पत्र लिखा और फिर उसे मीडिया में लीक
कर दिया। यह घोर अनुशासनहीनता है और इसके लिए उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जाएगी।
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