Sunday 12 April 2020

लॉकडाउन से गंगा निर्मल हुई है

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में जहां लॉकडाउन है वहीं इसका सकारात्मक असर पर्यावरण पर देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन की वजह से जहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता का सुधार हुआ है वहीं महीनों बाद नीला आसमान नजर आ रहा है, पक्षी चहचहा रहे हैं। पर इसका असर यह भी देखने को मिल रहा है कि गंगा नदी का जल दिन प्रतिदिन दिन साफ होता जा रहा है। चाहे हरिद्वार हो, चाहे ऋषिकेश हो गंगा निर्मल हुई है। यह जल पहले से 40-50 प्रतिशत तक स्वच्छ हुआ है। लॉकडाउन की वजह से देश में कारखाने बंद हैं। इस वजह से गंगा की स्थिति में इतना सुधार देखा जा रहा है। इससे गंगा के आसपास रहने वाले लोग खुश नजर आ रहे हैं। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर व वैज्ञानिक बीडी जोशी ने बताया कि गंगा की स्थिति बेहतर होना शुरू हो गई थी, लेकिन इस लॉकडाउन ने गंगा की स्थिति को तेजी से बदल दिया। लॉकडाउन की वजह से कारखाने बंद हो गए हैं। बात यदि हरिद्वार की करें तो यहां लॉकडाउन के कारण यहां यात्रियों की आवाजाही बंद हो गई है। ऐसे में गंगा स्नान व अन्य कृत्य बंद हो गए हैं। इसी के साथ सोलिड वेस्ट भी कम होने के कारण गंगा के जल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि इसके साथ गंगा जल की गुणवत्ता में सुधार का एक बड़ा कारण यह है कि वायु में प्रदूषण भी कम हुआ है। कारखानों के बंद होने व वाहनों की आवाजाही बंद होने से वायु में प्रदूषण काफी कम हो गया है। वायु प्रदूषण का प्रभाव भी कहीं न कहीं गंगा के जल पर पड़ता था। इन सब कारणों के कारण गंगा जल प्रदूषण के स्तर में काफी सुधार हुआ है। क्योंकि गंगा में होने वाले कुल प्रदूषण में उद्योगों की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत तक होती है। इसके अलावा अन्य कारणों से प्रदूषण होता है। उन्होंने बताया कि मुझे लगता है कि गंगा पहले की तरह फिर से स्वच्छ हो सकती है। इसका आकलन करवाया जा रहा है। कुछ दिनों में इसका डेटा भी सामने आ जाएगा। उसके बाद ही सटीक रूप से कहा जा सकता है कि गंगा जल के प्रदूषण में कितनी कमी आई है। वैसे फौरी तौर पर गंगा के जल में प्रदूषण काफी कम हो गया है और गंगा का जल निर्मल हो गया है।

-अनिल नरेन्द्र

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