Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published From Delhi
Published on 19 December, 2012
अनिल नरेन्द्र
रविवार का दिन भारतीय हॉकी के लिए नए युग का आगाज बना और भारतीय हॉकी खिलाड़ियों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया। नई दिल्ली के बाराखम्भा रोड स्थित ललित होटल में रविवार देश की हॉकी की नई कहानी लिखी गई। मुश्किल दौर से गुजर रही भारतीय हॉकी के लिए एक उम्मीद की किरण जगी। आईपीएल की तर्ज पर हॉकी इंडिया लीग की टीम के चयन के लिए रविवार को खिलाड़ियों की नीलामी हुई। भारतीय हॉकी का बुरा हाल है। अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने के लिए कोई फीस नहीं दी जाती। सिर्प स्पांसर फीस के ही कुछ हजार मिलते हैं। अब हॉकी इंडिया ने भी बनाई है एकमुश्त रकम देने की योजना। इस योजना के तहत अब खिलाड़ियों को 15 लाख रुपए सालाना करार के तहत मिलेंगे। हॉकी के मुकाबले क्रिकेट में टीम इंडिया के खिलाड़ियों को हर टेस्ट मैच के लिए सात लाख रुपए मिलते हैं और वन-डे के लिए बतौर फीस चार लाख है। हर टी-20 मैच के लिए दो लाख की राशि तय है। क्रिकेटर लाखों रुपए केंद्रीय अनुबंध से कमा लेते हैं। पिछले दिनों मैंने पढ़ा था कि टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सबसे ज्यादा रईस खिलाड़ी बन गए हैं और उनकी सालाना कमाई करोड़ों में है। सचिन तेंदुलकर जो आजकल काफी चर्चा में है, के खिलाफ एक आरोप यह लग रहा है कि वह कमाई की वजह से क्रिकेट से रिटायरमेंट नहीं ले रहे। कहने का भाव यह है कि क्रिकेट में बहुत पैसा है। यह खुशी की बात है कि अब लोगों का ध्यान क्रिकेट से हटकर दूसरे खेलों के प्रति भी जा रहा है। रैसलिंग, बॉक्सिंग, शूटिंग, टेनिस, बैडमिंटन, एथलेटिक्स जैसे कई खेल हैं जहां भारतीयों ने नाम कमाया है पर इनमें भी ऐसी धन वर्षा नहीं हुई जैसी क्रिकेट पर हुई है। खैर! हम बात कर रहे थे हॉकी इंडिया की। लंदन ओलंपिक्स में आखिरी स्थान पर रहने से हॉकी खिलाड़ियों की हालत काफी पतली हो गई। लेकिन अब इनमें से कुछ की किस्मत जरूर बदलेगी। खिलाड़ियों की किस्मत पलटने की शुरुआत हो गई है। देश में पहली बार हॉकी खिलाड़ियों को जो रकम दी जा रही है, उसकी उन्होंने उम्मीद तक नहीं की होगी। पिछले दिनों चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को प्रतिष्ठा दिलाने वाले कप्तान सरदार सिंह को इसका इनाम 78,000 डॉलर की सबसे ऊंची बोली के रूप में मिला। लेकिन सबसे ज्यादा रकम पाने वाले खिलाड़ी हॉलैंड के अनुभवी खिलाड़ी और उत्तर प्रदेश विजार्ड्स द्वारा खरीदे गए टोन डे नूयेर रहे। उन्हें 84,000 डॉलर मिलेंगे। टोन डे नूयेर को सर्वाधिक राशि दिलाने में सबसे अहम भूमिका भारतीय ड्रैग फ्लिकर वीआर रघुनाथ की रही। विजार्ड्स ने रघुनाथ को लेने के लिए 76,000 डॉलर लगा दिए और नूयेर भावी खिलाड़ी होने की वजह से उनसे 15 प्रतिशत ज्यादा पाकर 87,400 डॉलर पर पहुंच गए। इस नीलामी में सभी टीमों को 14 भारतीय और 10 विदेशी खिलाड़ियों के तौर पर 24 खिलाड़ी लेने थे। हॉकी इंडिया टीम के कप्तान सरदार सिंह की नीलामी पर प्रतिक्रिया यूं रही ः मैं जब तक पहुंचा मेरी बोली लग चुकी थी। सारा दिन चली हॉकी इंडिया लीग की बोली को देखकर बहुत मजा आया। मुझे जो पैसे मिले मैं उससे बहुत खुश हूं। हमारे यंग खिलाड़ियों को खासतौर पर इस लीग से अपने खेल को साधने में मदद मिलेगी।
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