Published on 5 March, 2013
अनिल नरेन्द्र
एक बार फिर यह साबित हो गया है कि देश की राजधानी में
बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। कतई ही सुरक्षित नहीं। चार दिन पहले पूर्वी दिल्ली के मंडावली
के एक स्कूल से अपहृत भाई-बहन की हत्या कर दी गई है। शनिवार सुबह 9 बजे दोनों मंसेज
उर्प चिन्टू (7) तथा यशवी (5) के शव प्रगति मैदान की रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों
से बरामद हुए। शव खराब हालत में थे। पुलिस को आशंका है कि गला घोंटने के बाद मासूमों
का गला रेता गया है। अपहरण और हत्या के मामले में शनिवार रात को पुलिस ने बच्चों की
मां योग्यता के रिश्ते के एक भाई अमित को हिरासत में लिया है। अलीगढ़ निवासी मनोज कुमार
माहर (32) मंडावली में पत्नी-बच्चों सहित रह रहे थे। वह एक शेयर कम्पनी में काम करते
हैं। बच्चे मदर्स कान्वेंट स्कूल में पढ़ते थे। हर रोज मां योग्यता बच्चों को स्कूल
से लेने जाती थी। योग्यता स्कूल न पहुंचे इसलिए मंगलवार को बदमाशों ने उनके घर के बाहर
ताला लगा दिया और कोई अज्ञात शख्स स्कूल से बच्चों को ले गया। किसी तरह पड़ोसी के घर
के रास्ते से होकर योग्यता स्कूल पहुंची तो बच्चे वहां नहीं मिले। उसी शाम योग्यता
के मोबाइल पर बदमाशों ने कॉल करके बच्चे उनके पास होने की बात कही और फिरौती के लिए
30 लाख रुपए मांगे। सूत्रों के अनुसार योग्यता के भाई अमित के मोबाइल कॉल डिटेल योग्यता
के मोबाइल पर आए, कॉल से मैच कर गए हैं। बच्चों के अपहरण की खबर सुनते ही स्थानीय लोगों
ने हंगामा शुरू कर दिया। हिंसक भीड़ ने तीन डीटीसी बसों, संजय गांधी अस्पताल और पुलिस
चौकी में जमकर तोड़फोड़ की। बेकाबू लोगों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया,
आंसू गैस के गोले छोड़े। इस हंगामे में पुलिसकर्मी समेत दो दर्जन लोग घायल हो गए। एमसीडी
ने मंगोलपुरी एल ब्लॉक स्कूल में यौन उत्पीड़न मामले में कड़ा फैसला किया है। नार्थ
दिल्ली एमसीडी कमिश्नर पीके गुप्ता ने तत्काल प्रभाव से शिक्षा विभाग के स्कूल निरीक्षक
समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया है। इस पूरे मामले में जांच समिति का भी गठन किया
गया है। समिति के तीन दिन में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है। इस मामले में
स्कूल निरीक्षक, प्रधानाचार्य, कक्षा शिक्षक, स्कूल सेवक व चौकीदार को निलंबित किया
गया है। इस घटना के बाद एमसीडी सतर्प हो गई है। स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा लगाने को
लेकर नार्थ एमसीडी शिक्षा समिति की अध्यक्ष रेखा गुप्ता ने एमसीडी कमिश्नर पीके गुप्ता
के साथ बैठक की। बैठक में एमसीडी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रस्ताव शिक्षा
समिति और नार्थ एमसीडी ने पारित कर दिया है। लेकिन प्रशासन ने इसे अभी तक गम्भीरता
से नहीं लिया है। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बच्चों के साथ दुष्कर्म और हत्या के
मामले को दर्दनाक और शाकिंग करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में मंत्री
किरण वालिया, मेयर और एमसीडी कमिश्नर से बात करके मामले को देखेंगी। ऐसे कई कदम उठाने
की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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