Friday, 29 March 2013

पोंटी चड्ढा की तर्ज पर दीपक भारद्वाज हत्याकांड



 Published on 29 March, 2013 
 अनिल नरेन्द्र 
रीयल एस्टेट व शराब के बड़े कारोबारी पोंटी चड्ढा हत्याकांड की तरह ही मंगलवार सुबह दक्षिण दिल्ली के रजोकरी इलाके के अरबपति बिल्डर एवं कारोबारी दीपक भारद्वाज (62) की उनके फार्म हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी गई। राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर स्थित नितेश पुंज होटल काम्प्लैक्स में एक स्कोडा कार में आए तीन बदमाशों ने भारद्वाज को गोलियां मारकर हरियाणा की ओर फरार हो गए। बदमाशों ने कार में मारुति वैन की फर्जी नम्बर प्लेट लगा रखी थी। दीपक भारद्वाज ने 2009 में पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा का चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था। तब वे अकूत सम्पत्ति के कारण लोकसभा के चर्चित उम्मीदवारों में थे। हालांकि वह कांग्रेस के महाबल मिश्रा से चुनाव हार गए थे। पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने बताया कि सुबह लगभग 8.55 बजे सिल्वर रंग की स्कोडा कार में सवार होकर तीन युवक रजोकरी इलाके में एनएच-8 पर नितेश पुंज नामक फार्म हाउस के अन्दर दाखिल हुए। उन्होंने बताया कि वे शादी के लिए बुकिंग कराने आए हैं। गेट पर उन्होंने सामंत नाम से एंट्री भी की। इसके बाद कार में सवार होकर अन्दर चले गए। सुबह लगभग 9.10 बजे गोली चलने की आवाज आई। अन्दर काम करने वाली एक कर्मचारी जिसका नाम आरती बताया जा रहा है, ने आवाज लगाई कि उसके मालिक को गोली मार दी गई है। फार्म हाउस में तैनात गार्डों ने बदमाशों को रोकने की कोशिश की लेकिन बदमाश पिस्तौल दिखाकर कार से फरार हो गए। अभी तक हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है। पुलिस को शक है कि आपसी रंजिश या प्रॉपर्टी का विवाद वजह हो सकती है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर लॉ एण्ड ऑर्डर दीपक मिश्रा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से हमलावरों की पहचान की जा चुकी है। जांच में अभी तक यह लग रहा है कि आरोपी वारदात के बाद गुड़गांव की ओर फरार हुए हैं। पोंटी चड्ढा हत्याकांड के बाद यह एक और हाई-प्रोफाइल मर्डर है। दीपक भारद्वाज सेल्फ मेड मैन थे। उन्होंने तीस साल पूर्व एक स्टेनोग्रॉफर के रूप में करियर शुरू किया था। बाद में वह दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास गांवों में प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़ गए। उनका कारोबार फार्म हाउस, हाउसिंग, स्कूल आदि क्षेत्रों में फैला था। दीपक भारद्वाज ने 2009 के चुनाव में अपने हल्फनामे में  बताया था कि वह 603 करोड़ की सम्पत्ति के मालिक हैं। 368 करोड़ रुपए की खेती योग्य जमीन है। 29 करोड़ की इमारतें थीं इस  बिल्डर के नाम। दीपक भारद्वाज के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा हितेश उर्प सोनू वसंत विहार में परिवार के साथ रहता है। इनसे दीपक का मनमुटाव चलता था और बातचीत भी बन्द थी। हितेश की पहली शादी शाहदरा से हुई थी लेकिन पत्नी से उनका तलाक हो गया। दूसरा बेटा नितेश मां, पत्नी व बच्चों के साथ द्वारका सेक्टर-22 स्थित नव संसद अपार्टमेंट में रहता है। नितेश पुंज काम्प्लैक्स में भारद्वाज अकेले रहते थे। पारिवारिक लोगों के अनुसार नितेश की शादी फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान की मौसेरी बहन प्रियंक तिवारी से हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि दीपक भारद्वाज का अपने रिश्तेदारों से भी सम्पत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। जमीन कब्जाने के आरोप में उनके खिलाफ अगस्त 2012 में स्थानीय एसडीएम की शिकायत पर मुकदमा भी दर्ज किया गया था। इसके अलावा राजनीति में आने के कारण उनके कई विरोधी भी बन गए थे। दीपक हरिद्वार में मॉल व टाउनशिप बसा रहे थे। उनके कई बिजनेस पार्टनर हैं। पुलिस के अनुसार इनके खिलाफ दक्षिण-पश्चिमी जिला के उपायुक्त ने 15 साल पूर्व पांच एकड़ प्रॉपर्टी पर कब्जे को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था। उनका कनाडा और दुबई में भी कारोबार है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही यह हत्या की गुत्थी सुलझ जाएगी।

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