Wednesday, 11 November 2020

कमला हर भारतवंशी के लिए प्रेरणास्रोत

अमेरिका की उपराष्ट्रपति चुनी गई कमला हैरिस की जीत कई मायनों में खास है। वह अमेरिका में इस पद पर चुनी जाने वाली पहली महिला हैं। इतना ही नहीं, इस पद पर काबिज होने वाली वह पहली भारतवंशी, अश्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी। हैरिस इससे पहले भी कई मिसालें कायम कर चुकी हैं। वह सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला, पहली भारतवंशी और पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला हैं। कमला की मां भारतीय थीं। उनकी मां श्यामला गोपालन 1960 में भारत के तमिलनाडु से युसी बर्कले पहुंची थीं। वह ब्रेस्ट कैंसर रिसर्चर थीं। उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस 1961 में ब्रिटिश जमैका से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने युसी बर्कले आए थे। कमला का जन्म कैलिफोर्निया में 20 अक्तूबर 1964 को हुआ था। अपने कैंपेन के दौरान कमला कई बार इस बात का जिक्र कर चुकी हैं कि अपनी मां की वजह से ही आज वह इस मुकाम पर पहुंच पाई हैं। 12 साल की उम्र में कमला अपनी बहन माया और मां के साथ ऑकलैंड से वाइट मांट्रियल चली गईं। इस बीच वह लगातार भारत में आती रहीं। 1972 में कमला के माता-पिता का तलाक हो गया था। इसके बाद कमला और उनकी बहन की देखभाल मां ने की। हैरिस ने अपने एक कैंपेन के दौरान कहा थाöमेरी मां बेहद सख्त थीं। वह पांच फुट लंबी थीं लेकिन अगर आप उनसे कभी मिले होंगे तो जाना होगा वह 10 फुट लंबी थीं। अमेरिका में ही पली-बढ़ी कमला हैरिस ने 1986 में हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के रूप में एलमेडा काउंटी प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ज्वाइन किया। यहां से कमला का राजनीतिक सफर शुरू हुआ। वह 2003 में सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी बनीं। इसके बाद वह 2010 में कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनने वाली पहली अश्वेत महिला बन गईं। इस दौरान कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उभरते सितारे के तौर पर अपनी साख बनाई और इसी का इस्तेमाल करके उन्होंने साल 2017 में कैलिफोर्निया में यूएस सीनेटर का चुनाव लड़ा था। जीतने के बाद कमला इस पद पर पहुंचने वाली वह केवल दूसरी अश्वेत महिला थीं। कमला हैरिस को चुने जाने पर भारतीय अमेरिकी सांसदों ने इसे ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत बताया है। अमेरिकी सांसद प्रमिला जैसवाल ने कहा है कि कमला का चुना जाना उन लाखों लोगों के भविष्य की राह बनाएगी, जो यहां रहकर बहुत सारे सपने संजोए हुए हैं। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि अमेरिका के सौ साल के इतिहास का यह यादगार क्षण है। मुझे बहुत खुशी होगी, जब जो बाइडन के साथ कमला हैरिस व्हाइट हाउस के ऑफिस में प्रवेश करेंगी। भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने कहा कि अमेरिका के व्हाइट हाउस में जो बाइडन और कमला हैरिस के पहुंचने पर हम एक नए युग की ओर बढ़ेंगे। भारत में पद्मभूषण से 2001 में सम्मानित स्वदेश चटर्जी ने कहा है कि कमला हैरिस का चुना जाना हमारी पीढ़ी और हमारी भावी पीढ़ियों के आगे ब़ढ़ने के लिए यह एक बेहतरीन उदाहरण है। कमला हैरिस को इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई।

No comments:

Post a Comment