Sunday, 8 November 2020

आखिरी वोट गिनती तक पूरी दुनिया की नजर अमेरिका पर

पोस्टल बैलेट ने अमेरिकी चुनाव में असर दिखाना शुरू कर दिया है। काउंटिंग में बचे पांच राज्यों में से चार जगहों पर जो बाइडन ने बढ़त बना ली है। जबकि ट्रंप सिर्फ एक जगह आगे हैं। ऐसे में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश की सत्ता डेमोक्रेटिक पार्टी के पास जाती दिख रही है। चुनाव जीतने के लिए 270 इलैक्टोरल वोट चाहिए। अमेरिका के प्रमुख टीवी नेटवर्क के अनुसार बाइडन 253 और ट्रंप 214 जीत चुके हैं। 16 वोटों वाले जॉर्जिया समेत पेंसिलवेनिया (20), नॉर्थ कैरोलाइना (15), एरिजोना (11) और नेवाडा (6) के आखिरी नतीजों का ऐलान होना बाकी है। इन पांच राज्यों के गणित को भी समझें तो बाइडन के रास्ते बहुत आसान हैं और ट्रंप के मुश्किल। वास्तव में महामारी के दौरान हुए इस चुनाव में पोस्टल बैलेटों की संख्या बहुत अधिक है जिसकी गिनती करने में कुछ दिनों का समय लग सकता है और अगर नतीजों को लेकर कुछ चुनौतियां आती हैं तो इससे परिणाम और कुछ समय के लिए लटक सकता है। राष्ट्रपति बनने के लिए ट्रंप या बाइडन को पॉपुलर वोट जीतने की आवश्यकता नहीं है बल्कि प्रत्याशियों को राष्ट्रपति बनने के लिए इलैक्टोरल कॉलेज में जीत हासिल करनी जरूरी होती है। प्रत्येक राज्य से इलैक्टर्स की संख्या मोटे तौर पर उस राज्य की आबादी के अनुपात में होती है। तो अगर आप उन राज्यों में जीते हैं तो आप उसके वोट भी जीतते हैं। कुल इलैक्टर्स की संख्या 538 है। लिहाजा इलैक्टोरल कॉलेज के 270 वोट जो जीतेगा वो ही राष्ट्रपति बनेगा। कैलिफोर्निया में सबसे ज्यादा 55 इलैक्टर्स हैं। जबकि त्योकिंग, अलास्का और नॉर्थ डेकोटा जैसे कुछ राज्यों में इन इलैक्टर्स की संख्या न्यूनतम तीन है। तो रिकॉर्ड मतदान के बावजूद केवल कुछ ही राज्य इस चुनाव में बेहद महत्वपूर्ण हैं जो नतीजे का फैसला करेंगे। इन राज्यों को स्विंग वोट या बैटल ग्राउंड स्टेट कहा जाता है। अमेरिका में कुल 50 राज्य हैं और 40 से ज्यादा राज्यों के बारे में पहले से लोगों को लगभग अंदाजा होता है कि किस राज्य में किस उम्मीदवार की जीत होगी। बाकी 8-10 राज्यों में हर चुनाव में स्थिति बदल जाती है, कभी यह डेमोक्रेट उम्मीदवार का समर्थन करते हैं तो कभी रिपब्लिकन उम्मीदवार को जिता देते हैं। अनुमान है कि बाइडन और ट्रंप उन राज्यों को जीत लेंगे जहां उनके आराम से जीतने की उम्मीद पहले से लगाई जा रही थी। कुछ राज्यों जो अत्यंत महत्वपूर्ण हैं में दोनों के बीच कांटे की टक्कर की स्थिति अब भी बरकरार है। हालांकि जिन राज्यों में दोनों के बीच नजदीकी मामला चल रहा है वहां पोस्टल बैलेटों की गिनती हो रही है। यह गिनती स्थिति को पूरी तरह बदल सकती है। डोनाल्ड ट्रंप उम्मीद से बेहतर कर रहे हैं और बाइडन उन महत्वपूर्ण राज्यों को जीतने में नाकाम रहे हैं जहां वोटों की जल्द गिनती होती है। मतलब अभी अनिश्चितता की स्थिति है क्योंकि हम कुछ प्रमुख राज्यों के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। जो बाइडन ने अपने समर्थकों से कहाöहम यह जीतने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया। कुछ ही मिनटों बाद ट्रंप ने ट्वीट कियाöहम काफी आगे हैं लेकिन चुनाव नतीजे हमसे चुराना चाहते हैं। ट्विटर में इस ट्वीट को भ्रामक बताया है। उधर ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान ने उसे सैंसरशिप बताया। अब सारा दारोमदार पोस्टल बैलेट पर निर्भर कर रहा है। आने वाले वक्त में इसमें वकील भी शामिल हो सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि अगर चुनाव के नतीजे बेहद करीबी रहे तो वह सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे। मतलब साफ है कि इसमें कई हफ्ते या दिन लग सकते हैं। इस दौरान अमेरिका में अनिश्चितता और अस्थिरता का माहौल बना रहेगा।

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