Friday, 13 November 2020
उपचुनावों ने साबित किया कि भाजपा की लहर बरकरार है
बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही कई राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों ने भाजपा को बड़ी राहत दी है। पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा हासिल कर चैन की सांस ली तो उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पकड़ साबित करने में कामयाब रहे हैं। वहीं गुजरात में भी भाजपा ने अपनी मजबूत पकड़ फिर से साबित की है। उपचुनावों में भाजपा को कई राज्यों में सीटों का लाभ मिला है। 58 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 40 पर कब्जा किया है। उपचुनाव मामले में पार्टी को सबसे बड़ी चिन्ता मध्य प्रदेश की थी। सत्ता बचाने के लिए पार्टी को 28 में से हर हाल में नौ सीटों की जरूरत थी। चूंकि इनमें से अधिकांश सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई थीं। ऐसे में नतीजों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि नतीजों ने साबित कर दिया कि राज्य में शिवराज सिंह के साथ कुछ महीने पूर्व कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर लोगों ने दोबारा भरोसा जताया है और इनकी मजबूत पकड़ ने पार्टी को बड़ी कामयाबी दिलाई है। भाजपा को यहां 19 सीटों पर सफलता मिली है। यहां कांग्रेस सिर्फ नौ सीटें ही हासिल कर सकी। गुजरात में आठों सीटें जीतकर भाजपा ने एक बार फिर राज्य में अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया है। राज्य की उन आठ सीटों पर उपचुनाव हुए थे जो ज्यादातर कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई थीं। विधानसभा चुनाव में भाजपा को मामूली बहुमत हासिल हुआ था। हालांकि इस बीच कई कांग्रेस विधायकों के भाजपा के साथ आने और अब उपचुनाव में मिली बड़ी सफलता के बाद पार्टी की सीटों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। झारखंड में दो सीटों पर हुए उपचुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने एक-एक सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा। मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों में भाजपा की जीत का जश्न हरियाणा में कमजोर पड़ गया जब हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी इन्दुराज नरवाल ने भाजपा एवं जेजेपी गठबंधन के प्रत्याशी पहलवान योगेश्वर दत्त को 10 हजार 566 वोटों से हरा दिया। यह सीट कांग्रेस के श्री कृष्ण हुड्डा के निधन से खाली हुई थी। चुनाव नतीजों ने साफ किया कि भाजपा गठबंधन के विकास के नारे पर जातीय समीकरण भारी रहे। बरोदा में कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ने न केवल जीत दर्ज कर अपनी सीट को बरकरार रखा बल्कि पिछले वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के समय मिले वोटों को बढ़ाया भी है। इस उपचुनाव में कांग्रेस का वोट और भाजपा की हार का अंतर बड़ा है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की तरह उपचुनाव में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए परचम लहराया है। विधानसभा उपचुनाव की सात में से छह सीटों पर भजापा ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। वहीं जौनपुर की मल्हनी सीट पर सपा ने फिर जीत दर्ज की है। उपचुनाव में भाजपा की यह शानदार जीत के साथ उम्मीदवारों को मिली बढ़त ने आगामी चुनाव की दिशा भी दिखाई है। भाजपा 2022 में भी शानदार प्रदर्शन करेगी। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहाöनतीजों ने दिया 2022 का संकेत। कुल मिलाकर भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है।
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