Sunday, 1 November 2020
पाकिस्तान में भूचाल ः नवाज बनाम बाजवा
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने की परिस्थितियों को लेकर नवाज शरीफ के करीबी सरदार अयाज सादिक के महाविस्फोटक खुलासे से पाकिस्तान में भूचाल आ गया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने पीएमएल-एन के नेता के बयान को इतिहास को विकृत करने का एक प्रयास करार दिया है। वहीं इस पूरे खुलासे को नवाज शरीफ बनाम सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा की जंग से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सरदार सादिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल बाबर इफ्तिखार ने गुरुवार को कहा कि उनका बयान इतिहास को विकृत करने का एक प्रयास है। उन्होंने कहाöपाकिस्तान इतिहास को सही करने के उद्देश्य से यह स्पष्ट करना चाहता है कि पाकिस्तान ने अपनी क्षमता और संकल्प का प्रदर्शन किया और 27 फरवरी को अपनी क्षमता के हिसाब से कार्रवाई की। इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार ने यह भी दावा किया है कि अभिनंदन वर्धमान की रिहाई के लिए देश पर कोई दबाव नहीं था। उधर इमरान पार्टी पीटीआई ने कहा है कि नवाज शरीफ के करीबी नेता सादिक भारत की भाषा बोल रहे हैं। सादिक ने भारत को खुश करने के लिए यह बयान दिया है। इससे पहले सादिक ने कहा था कि सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा सहित देश के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक के दौरान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि अगर अभिनंदन को नहीं छोड़ा गया तो भारत रात नौ बजे हमला कर देगा। सादिक ने यह भी कहा कि उस समय कुरैशी के पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीना था। पीएमएल-एन नेता सादिक के इस खुलासे से पाकिस्तान में नवाज शरीफ बनाम सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा की जंग और तेज हो गई है। विश्लेषकों का मानना है कि सेना प्रमुख पर पिछले कई दिनों से लगातार हमले कर रहे नवाज शरीफ के करीबी ने अभिनंदन की रिहाई की पोल खोलकर जनरल बाजवा की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। इससे पहले बाजवा अभिनंदन की गिरफ्तारी को लेकर शेखी बघारते थे लेकिन इस खुलासे ने उनकी पोल खोल दी है। वहीं भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख बीएस धनोआ ने भी पाकिस्तान की पोल खोल दी। बालाकोट हवाई हमले के वक्त वायुसेना प्रमुख रहे एयर मार्शल धनोआ ने पाकिस्तानी सांसद के कबूलनामे पर कहा, जिस तरह वह (पाकिस्तानी सांसद) कह रहे हैं कि पैर कांप रहे थे, उनकी बात सही है। उस वक्त हमारा रुख बेहद आक्रामक था। अगर 27 फरवरी 2019 को सैन्य दूतावास हुआ होता और हमारे कुछ सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले हुए होते तो हम उनके फारवर्ड ब्रिगेड का सफाया करने की स्थिति में थे। पाकिस्तान यह बात जानता था। उन्होंने बताया कि अभिनंदन के पिता और मैंने एक साथ देश की सेवा की है। जब अभिनंदन पकड़ा गया तो मैंने उनके पिता से वादा किया था कि अभिनंदन को वापस जरूर लाएंगे और अभिनंदन को पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा।
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