Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published From Delhi
Published on 27 September, 2012
अनिल नरेन्द्र
भारत में बेंगलुरु और दिल्ली
में बम विस्फोटों की साजिश में शामिल रहने का आरोपी फसीह मुहम्मद को भारत लाने में
सऊदी अरब अड़ंगा लगा रहा है। सऊदी अरब के अधिकारियों ने जहां उसकी हिरासत की बात कबूली
है वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि वे वहां उसकी भूमिका और ठहरने के बारे में सावधानी
से जांच कर रहे हैं। जियाउद्दीन अंसारी उर्प अबू जिंदाल के सऊदी अरब से निर्वासन की
खबरें सामने आने के कुछ ही दिन के भीतर राजनयिक माध्यमों और सुरक्षा एजेंसियों की मुलाकातों
के जरिये भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने फसीह के निर्वासन की मांग की थी। सऊदी अधिकारियों
ने भारतीय एजेंसियों को साफ कहा है कि हम फसीह को तब तक आपके हवाले नहीं करेंगे जब
तक आप हमें फसीह की आतंकी कारगुजारियों के बारे में सबूत मुहैया नहीं कराते। रियाद
की जेल में बन्द इस आतंकवादी के प्रत्यर्पण का मामला लटक गया है। सऊदी अधिकारी जानना
चाहते हैं कि बेंगलुरु और दिल्ली समेत अन्य आतंकवादी वारदातों में फसीह की भूमिका क्या
रही है? आधिकारिक सूत्रों ने हाल ही में यह जानकारी दी है। सूत्रों के अनुसार भारतीय
अधिकारियों को हाल में सऊदी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से एक पत्र मिला है। इसमें यह
बताने के लिए कहा गया है कि भारत में किन-किन आतंकवादी वारदातों खासकर बेंगलुरु और
दिल्ली की घटनाओं में फसीह का हाथ रहा है। वह इन घटनाओं को अंजाम देने में किस रूप
से शामिल रहा है। यह भी स्पष्ट करने को कहा गया है कि बिहार निवासी इस आतंकी का इंडियन
मुजाहिद्दीन जैसे प्रतिबंधित संगठनों से किस तरह का जुड़ाव रहा है। सऊदी एजेंसियों
ने बेंगलुरु धमाके और दिल्ली में गोलीबारी की घटना से संबंधित दर्ज केस का ब्यौरा मांगा
है। साथ ही इन घटनाओं के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों के बयान की प्रतियां भी उपलब्ध
कराने को कहा गया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का आरोप है कि पेशे से इंजीनियर फसीह
का बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में धमाके और 2010 में दिल्ली में जामा मस्जिद
के निकट हुई गोलीबारी की घटना में हाथ रहा है। इस सिलसिले में दिल्ली और कर्नाटक पुलिस
को भी इस दहशतगर्द की तलाश है। आतंकी वारदातों में फसीह का नाम इंडियन मुजाहिद्दीन
के गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ के दौरान सामने आया। भारत ने फसीह को प्रत्यर्पित करने
की मांग सऊदी अरब से कर रखी है। इस सिलसिले में इंटरपोल के जरिये रेड कॉर्नर नोटिस
भी जारी किया गया है। फसीह को 13 मई को सऊदी अरब में गिरफ्तार किया गया था। उसकी पत्नी
निखत परवीन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए आरोप लगाया है कि उसका पति फसीह
मुहम्मद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के कब्जे में है। उसे भारतीय और सऊदी अरब की सुरक्षा
एजेंसियों ने साझा ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार किया है। सरकार ने इन आरोपों से इंकार किया
है। सूत्रों का कहना है कि भारत प्रत्यर्पित किए गए आतंकवादी जियाउद्दीन अंसारी उर्प
अबू जिंदाल को जिस तरह से मीडिया कवरेज मिला उससे सऊदी सरकार नाराज है लिहाजा फसीह
के मामले में वह पूंक-पूंक कर कदम उठा रही है।
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