Thursday 6 September 2012

सऊदी अरब से संचालित आतंकी मॉड्यूल के निशाने पर रक्षा ठिकाने व हिन्दू नेता


 Published on 6 September, 2012
 अनिल नरेन्द्र
पिछले कुछ दिनों से दक्षिण भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने एक खतरनाक आतंकी सेल का पता लगाया है। लश्कर-ए-तोयबा और हरकत-उल-जिहाद-अल इस्लामी (हूजी) से संबंधित इस सेल में गिरफ्तारियां जारी हैं। शुक्रवार देर रात महाराष्ट्र के नांदेड़ से चार और आंध्र प्रदेश के हैदराबाद से एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह अब तक कुल 16 आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस आतंकी मॉड्यूल के तार उत्तर प्रदेश और गुजरात से भी जुड़े हैं। बेंगलुरु पुलिस ने सबसे पहले प्रमुख कन्नड़ दैनिक के दक्षिणपंथी स्तम्भकार समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) का एक कनिष्ठ साफ्टवेयर इंजीनियर और स्थानीय अंग्रेजी अखबार का पत्रकार भी है। बेंगलुरु पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा को आंध्र प्रदेश के खुफिया अधिकारियों से इस बाबत अहम जानकारी मिली थी। कई हफ्तों तक संदिग्धों की मोबाइल गतिविधियों पर निगरानी के बाद 29 अगस्त को बेंगलुरु और पांच को हुबली से गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के पास अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए। गिरफ्तार लोगों में मुथि रहमान सिद्दीकी (26) नामक पत्रकार भी है। वह पिछले तीन साल से डेकन हेराल्ड में काम कर रहा था। एजाज मोहम्मद मिर्जा (25) डीआरडीओ में जूनियर इंजीनियर है। उसके भाई शोएब अहमद मिर्जा को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि इन आतंकियों के निशाने पर दक्षिण भारत के प्रमुख रक्षा ठिकाने थे। इसके अलावा कर्नाटक स्थित कैग परमाणु संयंत्र और कई बड़े नेताओं पर हमले की भी साजिश रची गई थी। गिरफ्तार एक आतंकी ओबेदुल्ला उर रहमान जिसे हैदराबाद से बेंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार किया, ने बताया कि उसके निशाने पर हैदराबाद के दो पार्षद के साथ-साथ हिन्दू संगठन से जुड़े एक वरिष्ठ नेता की हत्या की साजिश को अंजाम देना था। कर्नाटक में पकड़े गए आतंकी भी राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता समेत बड़े पत्रकारों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। जाहिर है कि दहशत फैलाने के साथ-साथ ये आतंकी देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। पूछताछ में इन आतंकियों ने यह भी बताया कि एक परमाणु संयंत्र के साथ सेना और नौसेना के प्रमुख ठिकाने भी उनके निशाने पर थे। ताजा खबर यह मिली है कि इस मॉड्यूल का संचालन सऊदी अरब से किया जा रहा था। सूत्रों  के मुताबिक सऊदी में बैठे इन आतंकी आकाओं में ज्यादातर भारतीय थे। यह तीसरा मामला है, जिसमें भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन खड़ी देशों से किया गया। प्रत्यर्पित लश्कर आतंकी अबू जिंदाल और इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ा फसीह मुहम्मद भी सऊदी अरब से ही अपने मॉड्यूल संचालित कर रहे थे। यह एक बहुत बड़ी साजिश है क्योंकि कर्नाटक के आतंकियों की गिरफ्तारी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मॉड्यूल की जड़ें न केवल डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं शोध संगठन) और मीडिया संस्थानों तक फैली हैं बल्कि ऐसा लगता है कि इन दहशतगर्दों के नेटवर्प ने पूरे राज्य में अपनी गहरी पैठ बना ली है और इस मॉड्यूल की रिकूटमेंट का सिलसिला जारी है। रविवार शाम पुलिस ने एक आतंकी डाक्टर नईम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है।


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