Published on 11 September, 2012
अनिल नरेन्द्र
संत कहलाने वाले आसाराम बापू आजकल फिर अखबारों की सुर्खियों में हैं। गत सप्ताह एक चमत्कार से कम नहीं उनसे घटा। गोधरा में वह जिस हेलीकाप्टर पर सफर कर रहे थे वह लैंड करते समय जमीन से टकरा गया। हेलीकाप्टर टुकड़े-टुकड़े हो गया पर आसाराम बापू को खरोंच तक नहीं आई। इस दुर्घटना में दो लोगों को मामूली चोटें लगीं। आसाराम बापू ने इस दुर्घटना का भी खूब प्रचार किया और अपने अनुयायियों में इसे भुनाने का पूरा काम किया। आसाराम बापू लगातार विवादों में बने रहते हैं। अभी हाल में ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में एक कार्यक्रम में उन्होंने अपना आपा खो दिया और एक न्यूज चैनल के पत्रकार रोहित गुप्ता को थप्पड़ मार दिया। आसाराम बापू और उनके आधा दर्जन लोगों पर गुरुवार की शाम गोपीगंज थाने में मारपीट और लूट का मुकदमा दर्ज कराया गया। रोहित गुप्ता ने आरोप लगाया है कि संत ने कवरेज के दौरान उनका कैमरा छीन लिया और इनके समर्थकों ने उसे बेरहमी से पीटा। एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्रकारों ने संत के खिलाफ नारेबाजी की और थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। रोहित गुप्ता ने थाने में दी तहरीर में आरोप लगाया है कि गोपीगंज थाने क्षेत्र के जीटी रोड पर स्थित राजनगर की एक कारपोरेट कम्पनी में वह संत आसाराम बापू के समाचार संकलन के लिए गया था। उनके काफिले का उसने वीडियो बनाया। इस बीच संत की निगाह उस पर पड़ गई। उन्होंने उससे कैमरा मांगा, इंकार करने पर जोर-जबरदस्ती कर कैमरा छीन लिया और खुद संत आसाराम ने उसे थप्पड़ मारा। वहां मौजूद उनके समर्थकों और सिक्यूरिटी के जवान लात-घूसों से उसे बेरहमी से पीटने लगे। मारपीट की सूचना पाते ही मौके पर एसडीएम सदर बद्रीनाथ सिंह पहुंच गए। उन्होंने घायल पत्रकार का मेडिकल मुआयना करवाया। पुलिस ने इस मामले में संत आसाराम बापू, उनके समर्थक और एक सिक्यूरिटी गार्ड के खिलाफ धारा 392, 323, 504, 506 में मुकदमा दर्ज किया। थानाध्यक्ष रमेश चौबे का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने बाद में मामले को रफा-दफा कर दिया पर पीड़ित कैमरामैन ने मामले को अदालत में याचिका के माध्यम से केस दर्ज करा दिया है। अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 10 सितम्बर की तारीख तय की थी। यह पहली बार नहीं जब आसाराम बापू अपने आपे से बाहर हुए हैं कुछ समय पहले वह इंदौर में प्रवचन के दौरान अपने ही दो सेवादारों पर भड़क पड़े और मंच से ही उन्हें डांटना शुरू कर दिया और पागल तक कह दिया। आसाराम ने अपने दूसरे सेवादारों से कहा कि इन दोनों के कपड़े उतारो और घर भेजो। बेशर्म कहीं के। गुजरात के मोटेरा में आसाराम का एक गुरुकुल है। चार साल पहले एक घटना हुई थी। 2008 में इस गुरुकुल में दो बच्चों की मौत हो गई थी। इससे मोदी सरकार और प्रशासन के खिलाफ हंगामा हो गया था। राज्य सरकार ने सीआईडी (अपराध) को मामले की जांच करने को कहा था। गहन छानबीन के बाद सीआईडी विभाग ने आसाराम बापू के सात समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर दफा 304ए के तहत मुकदमा दर्ज किया है। संत आसाराम बापू की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
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