Wednesday, 24 November 2021

प्रधानमंत्री मोदी का भगोड़े आर्थिक अपराधियों को कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार हाई-प्रोफाइल भगोड़े आर्थिक अपराधियों को स्वदेश लाने के लिए सभी तरीकों का इस्तेमाल कर रही है और उनके सामने देश लौटने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है। प्रधानमंत्री ने ऋण प्रवाह और आर्थिक वृद्धि पर एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहाöभगोड़े आर्थिक अपराधियों को वापस लाने के लिए हम नीतियों एवं कानून पर निर्भर रहे हैं और हमने कूटनीतिक माध्यमों का भी इस्तेमाल किया है। संदेश एकदम साफ है, अपने देश लौट आओ, और कोई चारा नहीं है। हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में किसी आर्थिक अपराधी का नाम नहीं लिया। केंद्र सरकार ने पिछले कुछ समय में विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज कर दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सक्रियता दिखाने से चूककर्ताओं से पांच लाख करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है। हाल ही में ग"ित राष्ट्रीय परिसम्पत्ति पुनर्गठन कंपनी (एनएआरसीएल) भी दो लाख करोड़ रुपए की दावाग्रस्त परिसम्पत्तियों के निपटाने में मदद करेगी। उन्हेंने कहा कि वर्ष 2014 में उनकी सरकार आने के बाद से बैंकों की सेहत काफी सुधरी है। उन्होंने कहाöभारतीय बैंक देश की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार करने के लिए अब मजबूत स्थिति में है। इससे भारत के आत्मनिर्भर बनने की राह आसान होगी। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकों से धन-सम्पत्ति एवं रोजगार के अवसर पैदा करने वालों को ऋण देने में सक्रियता दिखाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि बैंकों को अपने साथ देश के भी बही-खाते को सुधारने के लिए सक्रियता से काम करना होगा। मोदी ने कहा कि बैंकों को कारोबार क्षेत्र के फलने-फूलने में मदद के लिए अब पुरानी संस्कृति को त्याग कर कर्ज की मंजूरी देने वाले की सोच से खुद को अलग करना होगा। उन्होंने बैंकों को कारोबार जगत के साथ भागीदारी का मॉडल अपनाने की सलाह भी दी। उन्होंने पिछले छह-सात साल में अपनी सरकार द्वारा किए गए सुधारों से बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति मजबूत होने की बात कही। उन्होंने कहाöहमने बैंकों की एनपीए समस्या का समाधान निकाला है, बैंकों में नई पूंजी डाली है, दिवालिया संहिता लेकर आए हैं और ऋण वसूली न्यायाधिकरण को सशक्त किया है। उन्होंने बैंकरों को कंपनियों और सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उद्यमों के लिए उनकी जरूरत के हिसाब से समाधान मुहैया कराने को भी कहा। उन्होंने कहाöआप ग्राहकों के बैंक आने का इंतजार न करें, आपको उनके पास जाना होगा। -अनिल नरेन्द्र

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