Sunday, 28 November 2021
यूरोप में कोविड की घातक चौथी लहर
यूरोप एक बार फिर दुनिया में कोरोना का केंद्र बन गया है। इस महीने दुनिया में कोरोना से हुई कुल मौतों में से आधी से अधिक यूरोपीय देशों में हुई हैं। यूरोप में हर हफ्ते 20 लाख से अधिक मामले आ रहे हैं। इस वायरस को रोकने के लिए यूरोपीय देश की सरकारें फिर से सख्त नियमों को लागू कर सकती हैं। इस सख्ती के विरोध में प्रदर्शन भी हो रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेम्स स्पैन ने चेताते हुए कहा कि इस साल के अंत तक जर्मनी के लोग या तो पूरी तरह वैक्सीनेटिड हो जाएंगे या ठीक हो जाएंगे या मर जाएंगे। केस बढ़ने के कारण बेल्जियम ने मास्क अनिवार्य कर दिया है। लोगों को घर से ही काम करने के निर्देश दिए गए हैं। सख्त नियमों और वैक्सीन के लिए प्रेरित करने वाले सरकारी उपायों के विरोध में ऑस्ट्रिया, क्रोएशिया, बेल्जियम, डेनमार्क, इटली, नीदरलैंड्स में प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह सार्वजनिक स्वास्थ्य के नाम पर सामान्य जीवन में दो साल की घुसपैठ से तंग आ चुके हैं। उधर फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टैक्स संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। वह 10 दिन से घर में रहकर ही कामकाज देखेंगे। उधर डब्ल्यूएचओ ने आशंका जताई है कि यूरोप में मार्च 2022 तक कोरोना से कुल मौतों का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंच सकता है। ब्रिटेन में कोविड तेजी से पांव पसार रहा है। बीते 24 घंटे में करीब 45 हजार नए मामले सामने आए हैं। क्रिसमस शॉपिंग करने के लिए लोगों को कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है, साथ ही ब्रिटेन जनवरी में यह मात्रा नियमों को रिव्यू करेगा। इटली में दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए बूस्टर डोज शुरू कर दी गई है। दूसरी डोज लेने के पांच महीने बाद यहां लोग बूस्टर डोज ले सकेंगे।
-अनिल नरेन्द्र
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