Tuesday, 30 November 2021

किसान आंदोलन का एक वर्ष पूरा

किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर शुक्रवार को आंदोलन स्थल पर किसानों ने संघर्ष व जीत का जश्न मनाया। धरना स्थल पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर महिला व पुरुष पहुंचे। किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर यूपी गेट पर हुई महापंचायत में भाकियू नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार के खिलाफ खूब बोले। किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि तीन विवादित कृषि कानून बेशक वापस हो गए, लेकिन अभी कई मुद्दे बाकी हैं। उन्होंने कहा कि संसद चलने पर ही किसान आगे की रणनीति बनाएंगे। किसान आंदोलन के पहले दिन से ही अपनी फसलों के उचित दाम मांग रहे हैं, मगर कृषि कानूनों ने डेढ़ साल पीछे कर दिया। कोरोना और तीन कृषि कानून एक बीमारी थे, दोनों 2019-20 में आए और अब दोनों ही भाग गए। किसानों ने इनका डटकर मुकाबला किया। राकेश टिकैत ने कहा कि 2011 में मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी वित्त मामलों की एक कमेटी के अध्यक्ष थे। कमेटी ने पूर्व की केंद्र सरकार को रिपोर्ट दी थी कि एमएसपी पर गारंटी कानून बनाना चाहिए, लेकिन अब मोदी प्रधानमंत्री हैं और कमेटी की रिपोर्ट भी उनके पास है तो एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने से कौन रोक सकता है। टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले 750 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने, लखीमपुर कांड में गृहमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने, किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने समेत अन्य कई मुद्दे हैं, जिन पर सरकार से बैठकर बात होनी बाकी है। यूपी गेट पर किसान महापंचायत में पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि पछतावा है कि हमने भाजपा को वोट दिया। पार्टी को खुलकर समर्थन करना हमारी बड़ी भूल थी। हम यहां विधानसभा चुनाव पर बैठक करने नहीं आए हैं। लोगों का अधिकार है कि वह अपनी पसंद से किसी को भी वोट दें। नरेश टिकैत ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं और उनके लिए बात करनी है। आगे से किसी भी पार्टी को खुला समर्थन नहीं करेंगे। तीन विवादित कृषि कानूनों की वापसी पर कहा कि एक कहावत हैö`न तुम जीते न हम हारे।' हम इसे सरकार की हार नहीं मान रहे। अब प्रधानमंत्री एमएसपी पर गारंटी कानून की भी बात करें। कृषि कानूनों की वापसी के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं। कई माह से सरकार ने वार्ता भी बंद कर दी थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने अचानक निर्णय लिया। कानून वापस होने से लोगों में खुशी है। उन्होंने कहा कि एक साल से चल रहे आंदोलन को कुछ घंटों में कैसे खत्म कर दें।

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