Thursday 11 November 2021

इराक के प्रधानमंत्री पर ड्रोन हमला

इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा-अल-कदीमी की हत्या के इरादे से उनके आवास पर रविवार तड़के हथियारबंद ड्रोन से हमला किया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में प्रधानमंत्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह सुरक्षित हैं। इस हमले ने पिछले महीने हुए संसदीय चुनाव परिणामों को ईरान समर्थित मिलिशिया (लड़ाके) द्वारा अस्वीकार किए जाने से उपजे तनाव को और बढ़ा दिया है। इराक के अधिकारियों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि बगदाद के बेहद सुरक्षित ग्रीन जोन क्षेत्र में हुए हमले में प्रधानमंत्री के सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। हमले के तुरन्त बाद प्रधानमंत्री अल-कदीमी ने ट्वीट कियाöदेशद्रोह के रॉकेट वीर सुरक्षाबलों की दृढ़ता और दृढ़ संकल्प को हिला नहीं पाएंगे। उन्होंने लिखाöमैं ठीक हूं और अपने लोगों के बीच हूं। ईश्वर का शुक्र है। एक बयान में सरकार ने कहा कि ड्रोन से अल-कदीमी के आवास पर हमला करने की कोशिश की गई। सरकार ने बतायाöउन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह ठीक हैं। बगदाद के निवासियों ने ग्रीन जोन की तरफ से धमाके और गोलियों की आवाज सुनी, इस क्षेत्र में विदेशी दूतावास और सरकारी कार्यालय भी हैं। सरकारी मीडिया द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि हत्या के प्रयास के तहत विस्फोटक लदे ड्रोन के जरिये प्रधानमंत्री आवास को निशाना बनाया गया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले के पीछे किसका हाथ है और न ही किसी ने तत्काल इसकी जिम्मेदारी ली है। यह घटना सुरक्षाबलों और ईरान समर्थक शिया मिलिशिया के बीच गतिरोध के बीच हुई है। इराक के संसदीय चुनाव के परिणाम को शिया मिलिशिया ने खारिज कर दिया है और लगभग हर एक महीने से ग्रीन जोन के बाहर डेरा डाले हुए हैं। विरोध शुक्रवार को उस समय घातक हो गया जब प्रदर्शनकारियों ने ग्रीन जोन की ओर मार्च किया, जिसमें सुरक्षाबलों और शिया मिलिशिया के बीच गोलीबारी हुई। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और दर्जनों सुरक्षाबल घायल हो गए। अमेरिका ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि यह स्पष्ट तौर पर आतंकवादी कार्य है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहाöहम इराक की संप्रभुत्ता और स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए इराकी सुरक्षाबलों के साथ सम्पर्क में हैं और हमने इस हमले की जांच के दौरान अमेरिकी मदद की पेशकश की है। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अन्य ने 10 अक्तूबर के चुनाव की प्रशंसा की है, जो ज्यादातर हिंसामुक्त और बिना किसी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी के साथ सम्पन्न हुए थे। -अनिल नरेन्द्र

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