Tuesday 16 November 2021

कंगना रनौत ने मलाणा क्रीम की ओवरडोज ले ली है

आए दिन बयान देने वाली मुंबई एक्ट्रेस कंगना रानौत इस बार देश की आजादी को लेकर विवादित बयान देने पर बुरी तरह फंस गई हैं। आजादी वाले बयान पर हंगामा मच गया है। एक्टिंग से ज्यादा विवादों के चलते सुर्खियों में रहने वाली एक्ट्रेस को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि भीख में तो कंगना को पद्मश्री मिला होगा। आजादी तो लहू के फुहारों से मिली थी। वहीं महिला कांग्रेस ने कंगना से पद्मश्री अवार्ड वापस लेने की मांग की है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने अपनी डेली प्रेस कांफ्रेंस में कंगना पर निशाना साधा। मलिक ने एक्ट्रेस से पद्मश्री वापस लेने के साथ उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। मलिक ने कहा कि कंगना ने उन स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का अपमान किया है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान दे दी। मलिक ने कहा कि उन्हें लगता है कि कंगना मलाणा क्रीम (हिमाचली ड्रग) का ओवर डोज लेकर बयानबाजी कर रही हैं। हिमाचल के कुल्लू जिले के उत्तर-पूर्व में मलाणा नाम का एक गांव है। यहां मलाणा ड्रग की अवैध खेती होती है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मलाणा घाटी से आने वाली चरस या हैश को मलाणा क्रीम कहते हैं। चरस, जिसे हिमाचल प्रदेश के लोग भांग भी कहते हैं, उसे कैनाबिस पौधे के रेसिन से निकाला जाता है। यह पौधा घाटी में प्राकृतिक तौर पर उगता है और यहां इसकी अवैध खेती भी होती है। इस घाटी में एक अकेला गांव है मलाणा। अन्य राज्यों में मिलने वाली चरस ऐसी नहीं होती। राजस्थान में शुक्रवार को कंगना के खिलाफ चार शहरों में पुलिस से शिकायत की गई है। जयपुर कोतवाली और जोधपुर व उदयपुर में यह दर्ज हुई। जयपुर में शहर महिला कांग्रेस ने कराई शिकायत में शहीद क्रांतिकारियों की प्रतिष्ठा का अपमान करने, संविधान के प्रति आस्था रखने वालों को आहत करने का आरोप लगाया गया है। महिला मोर्चा की अध्यक्ष रानी लुबाना ने शिकायत में बताया कि 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ और उस आजादी के लिए हजारों लोगों ने अपना बलिदान दिया। वो क्षण प्रत्येक भारतीय के लिए गौरवान्वित क्षण था। पूरी दुनिया ने भारत की आजादी देखी और शहीदों को आज भी सम्मान की नजर से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 10 नवम्बर को फिल्म अभिनेत्री और पद्मश्री कंगना रनौत ने सार्वजनिक मंच से यह बयान दिया कि 1947 में भारत को जो आजादी मिली वह आजादी नहीं एक भीख थी। असल आजादी साल 2014 में मिली है। अभिनेत्री के इस बयान से संविधान में आस्था रखने वालों को चोट पहुंची है। इस बयान से शहीद भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी समेत तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों का अपमान हुआ है।

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