Wednesday 1 December 2021

पाकिस्तान को नारको टेरेरिज्म का सहारा

पाकिस्तान लगातार नारको टेरेरिज्म को बढ़ावा देने में लगा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने पालतू आतंकी संगठनों के माध्यम से कभी ड्रग्स के जरिये तो कभी किसी अन्य माध्यमों से जम्मू-कश्मीर, पंजाब में ड्रग्स की खेप भेज रही है। ड्रग्स की यह खेपें आतंकी संगठनों से जुड़े ओजीडब्ल्यू अथवा स्लीपर सेल के जरिये आतंकी संगठनों तथा तस्करों के अड्डे पर पहुंच जाती है। अफगानिस्तान से पाकिस्तान और फिर जम्मू-कश्मीर के रास्ते नारको टेरेरिज्म का नेटवर्क दिल्ली व देश के अन्य भागों तक फैलता है। यह बात फिर कश्मीर से आ रहे सेबों से लदे ट्रक में छिपाकर लाई जा रही करीब 52 किलोग्राम हेरोइन के पकड़े जाने से एक बार पुख्ता हुई है। यह हेरोइन घाटी से हरियाणा नम्बर के ट्रक एचआर73/2226 में सेबों से भरी पेटियों के बीच एक-एक किलोग्राम के पैकेट में छिपाकर लाई जा रही थी। जिला जम्मू के पुलिस थाना झझर कोटली के अंतर्गत सुकेतर पुलिस नाके पर इस ट्रक को जब रोका गया तो ट्रक चालक मौका देखकर भाग निकला। लेकिन उसमें सवार एक व्यक्ति भारत शाही निवासी कुरुक्षेत्र हरियाणा को पकड़ लिया गया। जब्त की गई हेरोइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए की बताई गई है। इस हेरोइन को इस ट्रक में बने विशेष केबिन में छिपाकर रखा गया था। पुलिस का दावा है कि नशे की तस्करी से प्राप्त पैसे का उपयोग जे एंड के में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जाना था। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 225 करोड़ बताई जा रही है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान द्वारा लगातार हेरोइन और अन्य नशा तस्करी के माध्यम से नारको टेरेरिज्म आतंकवाद फैलाया जा रहा है। कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, जम्मू के रजौरी, पुंछ, सांबा कठुआ में उस पार से आतंकी संगठन लगातार नशे की खेप भेज रहे हैं। कभी ड्रोन से हथियार तो कभी नशा तस्करी का सामान भेजा जा रहा है। -अनिल नरेन्द्र

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