Saturday, 4 December 2021
सरकारी अस्पताल में जन्मे पराग बने ट्विटर के सीईओ
ट्विटर के सह-संस्थापक और सीईओ जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को ट्विटर का नया सीईओ बनाया गया है। विश्व की प्रमुख तकनीकी कंपनियों में भारतीय नेतृत्व क्षमता साबित कर चुके माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचाई, अडोबी के शांतनु नारायण, आईबीएम के अरविन्द कृष्णा के साथ अब पराग का नाम भी जुड़ गया। आईआईटी मुंबई के छात्र रहे पराग 2011 से ट्विटर के लिए काम कर रहे हैं। सीईओ बनने से पहले वह मुख्य तकनीकी अधिकारी थे। 45 साल के डोर्सी ने ट्विटर पर इस्तीफा सभी से साझा किया है। डोर्सी ने लिखाöपद छोड़ने का यह समय सबसे उचित समय है। 16 साल कंपनी के सह-संस्थापक से सीईओ की भूमिकाएं निभाने के बाद मैंने ट्विटर छोड़ने का निर्णय किया है। मुझे लगता है कि कंपनी अब अपने संस्थापकों से आगे बढ़ने के लिए तैयार है। नए सीईओ पराग पर विश्वास जताते हुए डोर्सी ने कहाö10 साल के कार्यकाल में वह बदलाव लाए। वह जीजान से नेतृत्व करते हैं। अब उनका समय है। ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल का जन्म राजस्थान के अजमेर शहर के सरकारी जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में हुआ था। उनका परिवार मूलत अजमेर का है। 1984 में उनके पिता राम गोपाल मुंबई में काम करते थे, लेकिन पत्नी को प्रसव के लिए उन्होंने अजमेर में अपने माता-पिता के पास भेज दिया। उस समय वह मुंबई में प्राइवेट अस्पताल में प्रसव करवाने का खर्च नहीं उठा सकते थे। लेकिन आज उनकी मेहनत और त्याग का परिणाम आ चुका है जब पराग विश्व के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से एक ट्विटर के सीईओ बने। ट्विटर द्वारा अमेरिकी सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन में दी गई जानकारी के अनुसार पराग का वेतन 10 लाख डॉलर यानि 7.50 करोड़ रुपए सालाना होगा। 37 साल के पराग को बोनस और 94 करोड़ रुपए मूल्य के कंपनी के रजिस्टर्ड स्टॉक भी दिए जाएंगे। 10 साल कंपनी की सेवा करने के बदले उन्हें पहले भी स्टॉक दिए गए थे।
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