Friday 10 December 2021

उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल गरमाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरखपुर दौरे और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव व रालोद मुखिया जयंत चौधरी की मेरठ में रैली से मंगलवार को यूपी का सियासी माहौल गरमा गया है। प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए सपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अपनी तिजोरी भरने और आतंकियों पर मेहरबानी दिखाने वाले प्रदेश के लिए खतरे की घंटी हैं। पीएम मोदी ने गहरा तंज कसते हुए कहा कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। इन्हें सिर्फ लाल बत्ती के लिए सत्ता चाहिए। पीएम मोदी ने कहाöआज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है। इन्हें माफियाओं को छूट देने के लिए, जमीन कब्जाने के लिए और आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए सरकार चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि सब जानते थे कि गोरखपुर खाद कारखाने और एम्स की कितनी जरूरत थी। यहां इन संस्थानों की कितनी मांग हो रही थी। गोरखपुर में एम्स, खाद कारखाना और आईसीएमआर का क्षेत्रीय मेडिकल रिसर्च सेंटर देश को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने किसानों के साथ छल किया है। गन्ना किसान नहीं भूल सकते कि कैसे उनको भुगतान के लिए रुला दिया गया था। किस्तों में पैसा मिलता था और महीनों का अंतर होता था। खाद के लिए लाठी-गोली खानी पड़ती थी। जब डबल इंजन की सरकार होती है तो दोगुनी तेजी से काम होता है, आपदाएं भी अवरोध नहीं पैदा कर पातीं। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए गठबंधन के औपचारिक ऐलान के बाद पहली परिवर्तन संदेश रैली में सपा मुखिया अखिलेश यादव और आरएलडी सुप्रीमो जयंत चौधरी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि लाल टोपी ही भाजपा को यूपी की सत्ता से बाहर करेगी। किसानों को हक मिले और एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो। भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती। गठबंधन किसानों को उनका हक दिलाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने तो किसानों को गाड़ी से कुचल दिया। हवाई जहाज बेच दिए, एयरपोर्ट बेच दिए, रेलवे स्टेशन बेच दिए। उन्होंने सवाल किया कि हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने का क्या हुआ, आज तो मोटरसाइकिल चलाना भी भारी हो गया है। आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने आरोप लगाया कि किसानों पर वार हुआ, लेकिन भाजपा में रहकर राजनीति करने वाले छोटे से बड़े कार्यकर्ता ने एक शब्द भी किसानों के हित में नहीं कहा। अब चुनाव नजदीक आते ही भाजपा को किसानों की याद आई है। जब-जब भी कोई चुनौती आई है, मेरठ के बेटे-बेटियों ने आगे आकर मुकाबला किया है जहां रैली है। इसी गांव के वीर मामचंद शर्मा जी भारत और पाकिस्तान के युद्ध में शहीद हो गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का एक सूत्री कार्यक्रम नफरत की बात करना है। हमारी सरकार बनेगी, हम पहला काम मेरठ में शहीद किसानों की स्मृति में एक स्मारक बनाएंगे। साथ ही चौधरी चरण सिंह की जयंती 23 दिसम्बर को अलीगढ़ के इजलास में फिर एकत्रित होने का न्यौता दे रहे हैं। अभी बेशक चुनावों में थोड़ी देरी है पर समीकरण बनने आरंभ हो गए हैं और साथ ही तीखे हमले। इन रैलियों से चुनावी माहौल गरमा जरूर गया है।

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