Thursday, 9 December 2021

अर्श से फर्श तक रिलायंस कैपिटल की कहानी

भारी कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रिजर्व बैंक ने बड़ा कदम उठाते हुए रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नागेश्वर राव को प्रशासक नियुक्त कर दिया है। आखिर क्या वजह रही है कि 2007 में 2583 रुपए प्रति शेयर के उच्चतम स्तर पर पहुंचने वाली कंपनी के शेयर 2021 आते-आते सिर्फ 1905 रुपए रह गए? सितम्बर तक 40 हजार करोड़ रुपए का कर्ज रिलायंस कैपिटल पर था। रिलायंस कैपिटल ने 27 नवम्बर को स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी कि वह एक्सिस बैंक और एचडीएफसी के 624 करोड़ रुपए के लोन का ब्याज देने में असफल रहा है। यह ब्याज उसे 31 अक्तूबर तक देना था। एचडीएफसी का 4.77 करोड़ रुपए और एक्सिस बैंक का 71 लाख रुपए का ब्याज देना था। रिलायंस कैपिटल पर 28 फरवरी 2021 को कंपनी पर कुल बकाया 20,653 करोड़ रुपए का था। उल्लेखनीय है कि अनिल अंबानी की वित्तीय कंपनी रिलायंस कैपिटल अच्छा प्रदर्शन करती रही है लेकिन बाद में इस कंपनी ने भी कई मौके गंवाए हैं। वहीं बजाज फाइनेंस, श्रीराम कैपिटल जैसी कंपनियां अच्छा प्रदर्शन करती चली आ रही हैं। नकदी की किल्लत के कारण अनिल अंबानी की कई कंपनियां दिवालिया प्रक्रिया का सामना कर रही हैं। इस कारण कई कंपनियां बिक भी गई हैं। रिलायंस कैपिटल के अधीन चार कंपनियों की सम्पत्ति बिकने की प्रक्रिया चल रही है। आरबीआई ने कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (आरसीएल) के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने के लिए बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से मंजूरी मांगी है। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि उसने एनसीएलटी की मुंबई पीठ के समक्ष दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का आवेदन दिया है। इसमें आरबीआई ने आरसीएल के खिलाफ ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू करने की मंजूरी मांगी है। केंद्रीय बैंक ने गत 29 नवम्बर को ही इस कंपनी के निदेशक मंडल को बर्खास्त करते हुए अपनी तरफ से एक प्रशासक नियुक्ति कर दिया था। अनिल अंबानी की अगुवाई वाली आरसीएल पर कर्ज भुगतान में चूक और कंपनी संचालन संबंधी कई गंभीर आरोप हैं। आरबीआई के एनसीएलटी के पास आवेदन लगाने के साथ ही रिलायंस कैपिटल पर अंतरिम रोक लग जाएगी। इसमें कर्जदार कंपनी अपनी किसी भी परिसम्पत्ति का स्थानांतरण या बिक्री नहीं कर पाएगी। अर्श से फर्श तक गिरने की अनिल अंबानी की यह कहानी है।

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