Thursday, 9 December 2021

पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या

श्रीलंका की संसद और प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना की शनिवार को निंदा की है और उम्मीद जताई है कि वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए दोषियों को न्याय के कठघरे में लाएंगे और शेष श्रीलंकाई प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेंगे। शुक्रवार को कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के समर्थकों द्वारा प्रियंता कुमार दियावदाना की पीट-पीटकर हत्या के बाद शव को जला दिया गया था। इन लोगों ने ईशनिंदा के आरोपों को लेकर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक कपड़ा कारखाने पर हमला किया था। श्रीलंका के कैंडी निवासी दियावदाना, लाहौर के करीब 100 किमी दूर सियालकोट जिले में कपड़ा कारखाने के महाप्रबंधक के तौर पर कार्य करते थे। श्रीलंकाई सरकार और विपक्ष एकजुट होकर श्रीलंकाई अधिकारियों से पाकिस्तान में श्रीलंका के बाकी कारीगरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस्लामाबाद के साथ बातचीत करने का आग्रह कर रहे थे। प्रधानमंत्री राजपक्षे ने ट्वीट कियाöपाकिस्तान में चरमपंथी भीड़ द्वारा प्रियंता दियावदाना पर क्रूर और घातक हमले को देखकर स्तब्ध हूं। मेरा दिल उनकी पत्नी और परिवार के लिए बैठा जा रहा है। श्रीलंका और यहां के नागरिकों को विश्वास है कि प्रधानमंत्री इमरान खान सभी दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर अमल करेंगे। खान ने एक ट्वीट में कहाöसियालकोट में एक कारखाने पर भयावह हमला और श्रीलंकाई प्रबंधक को जिंदा जलाने की घटना पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है। मैं जांच की निगरानी कर रहा हूं और कोई गलती नहीं होगी। सभी दोषियों को कानून के तहत गंभीरता से दंडित किया जाएगा। गिरफ्तारियां जारी हैं। पाक राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ट्वीट कियाöसियालकोट की घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद और शर्मनाक है और किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है। इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिसने मॉब लिंचिंग की बजाय विचारशील न्याय की मिसालें स्थापित की हैं। शिक्षा मंत्री दिनेश गुणवर्धन ने संसद को बताया हमें खुशी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस क्रूर कृत्य की कड़ी निंदा की है। संसद को बताया कि दियावदाना कैंडी के पेराडेनिया विश्वविद्यालय से स्नातक थे। उनकी हत्या तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के समर्थकों ने की है। -अनिल नरेन्द्र

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