Wednesday, 15 December 2021
देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना
बाढ़ और सूखे से बेहाल हमारे देश को बड़ी राहत मिलने का रास्ता खुल गया है। देश की पहली महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो परियोजना 16 साल के लंबे इंतजार और उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में जल बंटवारे के विवाद के सुलझने के बाद अस्तित्व में आने जा रही है। केंद्रीय कैबिनेट ने 44,605 करोड़ की केन-बेतवा लिंक परियोजना को बुधवार को मंजूरी दे दी है। इसे आठ साल में पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना से 10.62 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी और 103 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में मंजूर की गई इस बहुप्रतीक्षित परियोजना से मध्य प्रदेश के बड़े इलाके में किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। परियोजना में 27 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न होगी। परियोजना का काम शुरू करने के लिए केन-बेतवा लिंक परियोजना प्राधिकरण (केबीएलपीए) का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और जल संसाधन मंत्री तुलसी किलावर ने कहा कि परियोजना से समूचे बुंदेलखंड को फायदा मिलेगा। प्रदेश के छत्तरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, सागर, दतिया, शिवपुरी, विदिशा और रायसेन जिलों को इससे सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिलों को राहत मिलेगी यानि 62 लाख लोगों को पीने का साफ पानी मिलेगा। क्षेत्र में भूजल का रिचार्ज अलग से होगा। परियोजना के तहत केन नदी से बेतवा नदी में पानी भेजा जाएगा। यह परियोजना नदियों को आपस में जोड़ने की अन्य परियोजनाओं का भी मार्ग प्रशस्त करेगी। इससे पर्यावरण प्रबंधन भी बेहतर होगा। चूंकि अगले महीने झांसी में इस परियोजना का भूमि पूजन होगा। लिहाजा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका लाभ मिलने की उम्मीद है। यह परियोजना इस अर्थ में महत्वपूर्ण है कि इसकी सफलता पर ही दूसरी नदी जोड़ परियोजनाओं का भविष्य कमोबेश निर्भर है। इससे बाढ़ और सूखे की समस्या झेल रहे देश को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। नदियों को आपस में जोड़ने के विचार की अवधारणा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की थी। उनका सपना सफल होने जा रहा है। कृषि उपज बढ़ने से किसान खुशहाल होगा और क्षेत्र में विकास का नया दौर आरंभ होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री बधाई के पात्र हैं। देखना अब यह होगा कि तय समय के अंदर यह परियोजना पूरी हो जाए।
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