Sunday, 5 December 2021
गरीब बस्तियों में बेरोजगारी
दिल्ली की गरीब बस्तियों में रहने वाली एक बड़ी आबादी में से 36.01 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं। यही नहीं, इनमें 48 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनके घर का मासिक खर्च 10 हजार रुपए से भी कम है। बेरोजगारी के लिए इन लोगों ने 11 कारण बताए हैं जिनमें सबसे अधिक 24 प्रतिशत ने कोविड और उसके खतरे को जिम्मेदार बताया। 22 प्रतिशत लोगों ने कोविड के चलते यात्रा करने पर लगी पाबंदी को जिम्मेदार बताया है। यह आंकड़े दिल्ली सरकार की ओर से शहरी गरीब बस्तियों में सामाजिक आर्थिक स्थिति, स्किल मैपिंग, बेरोजगारी को लेकर कराए गए अध्ययन में सामने आए हैं। दिल्ली सरकार के अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय की ओर से पूर्वी दिल्ली की 10 बड़ी शहरी गरीब बस्तियों में जुलाई से सितम्बर 2021 के बीच अध्ययन कराया गया। यह रिपोर्ट 5060 घरों के 20 हजार 414 लोगों (जिनकी अधिकतम उम्र 45 वर्ष की थी) से बातचीत के आधार पर तैयार की गई है। बेरोजगार होने वालों में सबसे अधिक महिलाओं में 60.61 प्रतिशत और कुल पुरुषों में से 21.05 बेरोजगार हैं। इसमें सबसे अधिक 21-25 वर्ष वाले 64.41 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं। अध्ययन के दौरान लोगों ने माना कि बेरोजगारी के चलते परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। औसतन 4-5 लोगों के परिवार वाले सीमित खर्च पर घर चला रहे हैं।
-अनिल नरेन्द्र
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