Wednesday 22 December 2021

उत्तर प्रदेश के चुनाव में छापों की एंट्री

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में हाई वोल्टेज प्रचार के बीच छापेमारी की एंट्री हो गई है। सपा नेता अखिलेश यादव के करीबियों के यहां इन्कम टैक्स विभाग के छापों ने यूपी की सियासत को नया रंग दे दिया है। सपा इसे भाजपा का घटिया हथकंडा बता रही है। वहीं विभाग की तरफ से संकेत हैं कि बड़ी बेनामी रकम इकट्ठी करने की सूचना के आधार पर छापेमारी हुई है। शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर छापे पड़े। राजीव राय को घर में नजरबंद कर वित्तीय लेन-देन, बैंकिंग दस्तावेज, गहने, शेयर में निवेश के विविध पत्रों की जांच-पड़ताल में जुटे आयकर अधिकारियों ने लैपटॉप समेत कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। आयकर विभाग की टीम जब पहुंची उस समय राजीव राय की फीजियोथैरेपी चल रही थी। छापेमारी के दौरान डाक्टरों को वहां से बाहर किए जाने से दोपहर में राजीव राय की अचानक तबीयत बिगड़ने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। डाक्टरों की टीम को बुलाकर उनका चैकअप कराया गया। इसके बाद फिर पूछताछ फिर शुरू हुई। राजीव राय के आवास पर छापेमारी की खबर मिलते ही पार्टी के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचकर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद राजीव राय के घर के बाहर पीएसी तैनात कर दी गई। सीओ सिटी धनंजय मिश्रा शहर के चार थानों की फोर्स के साथ डटे रहे। सपा नेताओं का कहना है कि राजनीतिक द्वेष के चलते छापेमारी की गई। मूल रूप से बलिया के रहने वाले राजीव राय का बेंगलुरु में पैरामेडिकल कॉलेज और संस्थान हैं। आईटी की छापेमारी अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाने वाले कारोबारी राहुल भसीन के यहां भी हो रही है। उन्हें पार्टी का फाइनेंसर भी माना जाता है। टीम ने गोमती नगर विशाल खंड-2 में जेनेंद्र यादव उर्प नीटू के घर पर भी छापा मारा। कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव के लखनऊ वाले 5, विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले के सर्वेंट रूम में नीटू रहते हैं। सपा से जुड़े कई नेताओं के यहां आयकर के छापेमारी पर अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस की तरह बर्ताव कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में चुनाव होने जा रहे हैं, यहां पर अभी आईटी टीम आई है अब ईडी वाले भी आएंगे। अखिलेश यादव ने रायबरेली में कहाöअगर उनके पास पहले से जानकारी थी तो पहले कार्रवाई करनी चाहिए थी। चुनाव से दो महीने पहले यह कार्रवाई हो रही है। जोकि दिखाती है कि आईटी और सीबीआई वाले भी इस चुनाव में लड़ने आएंंगे। अखिलेश ने कहा कि इसके पहले कांग्रेस भी लोगों को डराने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल करती रही है। उसी रास्ते पर भाजपा भी निकल पड़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता को लगातार परेशानियां दी हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ही छापेमारी क्यों की जा रही है? कोई भी इस सरकार में सुरक्षित नहीं है। आजम खान पर कितने मुकदमे लगे हैं। किसानों पर कितने मुकदमे लगे हैं? यह कोई नया तरीका नहीं है।

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