Friday, 3 December 2021
सालभर से पड़े हैं कोरोना से जान गंवाने वालों के शव
कर्नाटक में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां कोविड-19 से पिछले साल जुलाई में जान गंवाने वाले दो लोगों के शव पिछले एक साल से ज्यादा शहर के कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल (ईएसआईसी) मुर्दा घर में सड़ रहे हैं। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार 40 वर्ष की एक महिला और लगभग 55 साल के एक पुरुष को जून 2020 में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए राजाजी नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कुछ दिन बाद अगले ही महीने उनकी मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि तब से इन लोगों के शव मुर्दा घर में पड़े हुए हैं क्योंकि अज्ञात कारणों से उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया। इस संबंध में राजाजी नगर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक व पूर्व मंत्री एस. सुरेश कुमार ने कर्नाटक के श्रम मंत्री ए. शिवराम डेब्बार को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने और अमानवीय घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने का अनुरोध किया है। पत्रकारों के साथ साझा की गई पत्र की प्रति में कुमार ने कहा है कि जुलाई 2020 में ईएसआईसी अस्पताल में कोविड-19 की पहली लहर के दौरान इन दोनों लोगों की मौत हो गई और उनके शव अभी भी अस्पताल के मुर्दा घर में सड़ रहे हैं। कुमार ने लिखा कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका और ईएसआईसी अधिकारियों की भूमिका गंभीर है। इस संबंध में, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप उच्चस्तरीय जांच के आदेश दें, विस्तृत जांच रिपोर्ट प्राप्त करें और इस अमानवीय कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। ऐसी घटनाएं कहीं नहीं होनी चाहिए।
-अनिल नरेन्द्र
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