Saturday, 22 May 2021

हमें हर हालत में तीसरी लहर से बच्चों को बचाना जरूरी

कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के सबसे ज्यादा संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में बच्चों के लिए पर्याप्त आईसीयू और वेंटिलेटर बैड का इंतजाम करना सख्त जरूरी है। बच्चों को संक्रमित होने से बचाने के लिए परिवार के सभी सदस्य खुद का टीकाकरण सुनिश्चित करें। इससे संक्रमण की रोकथाम में मदद मिलेगी। यह दिल्ली के अलग-अलग अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है। सफदरजंग अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि बच्चों के आईसीयू और वेंटिलेटर बैड बड़ों की अपेक्षा अलग होते हैं। बच्चों को भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है तो उसके लिए भी नीति तैयार करनी होगी। वहीं मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर और लैंसर कमीशन कोविड इंडिया टास्क फोर्स की सदस्य डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा कि इस दौरान शिक्षकों को जागरूक करने की जिम्मेदारी होगी। इसे देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई, जिसमें बच्चों को बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया। अफसरों की इस टीम पर अस्पताल में बैड और ऑक्सीजन से लेकर दवाओं तक का इंतजाम करने की जिम्मेदारी होगी। बैठक में इस बात पर विचार किया गया कि तीसरी लहर के दौरान अधिकतम कितने केस आने के आसार हैं। अफसरों ने एक आंकलन के आधार पर बताया कि करीब 40 हजार बैड की जरूरत पड़ सकती है। इसमें 10 हजार आईसीयू बैड की जरूरत पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम बड़े पैमाने पर बैड बढ़ाएंगे तो हमें बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ेगी। ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है तो उसे पूरा किया जा सके उसके लिए तैयारी करनी पड़ेगी। इसे देखते हुए बैठक में निर्णय लिया गया कि इसके लिए दिल्ली सरकार पहले से ही ऑक्सीजन टैंकर खरीद कर रखेगी। बड़ी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर भी खरीदे जाएंगे ताकि अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने में समस्या न आए।

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