Thursday, 27 May 2021
टोक्यो ओलंपिक पर महामारी की काली छाया
टोक्यो ओलंपिक 67 दिन दूर है और महामारी की वजह से खेलों को रद्द करने की मांग दिन व दिन तेज होती जा रही है। जापान की 70 प्रतिशत आबादी नहीं चाहती कि ओलंपिक हो। लेकिन इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) इस पर अडिग है कि गेम्स होगी। आईओसी प्रमुख थॉमस वाक ने शनिवार को कहा कि इन खेलों का आयोजन अपने तय समय पर ही होगा। उन्होंने कहा कि ओलंपिक सपनों को पूरा करने के लिए सबको कुछ त्याग करना होगा। वाक ने कहा कि भूतपूर्व स्वास्थ्य संकट के कारण 2020 में एक साल के लिए स्थगित हुए इस ओलंपिक के आयोजन से यह संदेश जाएगा कि सुरंग में आखिर में अब भी प्रकाश है। वाक ने ऑनलाइन तरीके से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ के 47वें कांग्रेस में अपने संबोधन के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक के शुरू होने में काफी समय बचा है। उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस कठिन समय के दौरान हमें जुझारूपन, विविधता में एकता का एक मजबूत संदेश भेजने की जरूरत है। टोक्यो हमें सुरंग के आखिर में रोशनी दिखाएगी। वाक की टिप्पणी से पहले आईओसी के अध्यक्ष जॉन कांटेस ने भी कहा कि महामारी के कारण शहर में आपात काल लागू होने के बाद भी टोक्यो खेलों का आयोजन होगा। आईओसी का यह रुख कोविड से प्रभावित दुनिया में खेलों की मेजबानी की चुनौतियों को स्वीकार करता है। जापान के ज्यादातर नागरिक खेलों की मेजबानी के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि महामारी के दौर में इससे देश की चिकित्सा बुनियादी ढांचे पर और दबाव पड़ने की संभावना है लेकिन आईओसी अपने फैसले पर अडिग है। वाक ने कहा कि हम सभी के लिए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें जापान के अपने सहयोगियों के साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे एथलीट एक साथ आएं और सुरक्षित वातावरण में प्रतिस्पर्धा करें, 70 प्रतिशत से अधिक एथलीटों और अधिकारियों को पहले ही टीका लगाया जा चुका है और यह संख्या आगे बढ़ेगी हमें तीन वैक्सीन उत्पादकों के भी प्रस्ताव मिले हैं।
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