Sunday, 2 May 2021
यह भी गुजर जाएगा
आज हम लोग मन ही मन जिस वक्त के जल्दी बीतने की प्रार्थना कर रहे हैं, वह जल्दी बीत ही जाएगा। दिक्कत तब आती है जब हम हिम्मत हारने लगते हैं और यही तो हमें नहीं करना है। एक कहानी है, अकबर हमेशा बीरबल से ऐसे सवाल करते थे जिसका जवाब देने में किसी भी आम शख्स को मुश्किल आ जाए लेकिन बीरबल उन्हें चुटकियों में हल कर देते थे। एक बार अकबर ने पूछाöबीरबल! ऐसी बात बताओ कि जिसे सुनकर दुखी आदमी खुश हो जाए और सुखी आदमी दुखी हो जाए। बीरबल ने तुरन्त जवाब दिया कि महाराज, वह बाते हैंöयह वक्त भी गुजर जाएगा। अकबर बोले, यह भी कोई बात हुई? तब बीरबल ने समझाया कि देखिए महाराज अगर आप किसी दुखी शख्स से कहेंगे कि यह दिन जल्दी बीतने वाले हैं तो उसे उम्मीद बंधेगी क्योंकि जब सुख के दिन बीत गए तो क्या दुख के नहीं बीत जाएंगे? इसी तरह सुखी इंसान यह सोचकर दुखी हो सकता है कि जब उसका सुख का वक्त गुजर जाएगा तो कहीं दुख तो नहीं आ जाएगा। लेकिन हम इस सच को याद रखें कि वक्त जैसा भी हो, बीत ही जाता है तो हमें बुरा वक्त कभी परेशान नहीं कर सकता। ऐसा कभी नहीं होता कि एक दुख आया तो वह हमेशा उसी रूप में, उसी अंदाज के साथ वहीं टिक जाएगा। वक्त के साथ उसका जाना तय है। पिछले साल हम कोरोना महामारी के बुरे दौरे से गुजरे हैं। पूरी दुनिया के लोग इस परेशानी से बाहर निकलने के लिए छटपटाने लगे। कोशिशें हुईं तो कोरोना वैक्सीन बनने की वजह से इसका हल भी मिला और धीरे-धीरे चीजें संभलने लगीं। अब अगर हमारी थोड़ी-सी लापरवाही और यह वायरस के कुछ ताकतवर होने से फिर ऐसा वक्त आ गया है तो क्या यह नहीं बीतेगा, जरूर बीतेगा। कुछ ही हफ्तों की बात है, आज अगर कोरोना का ग्राफ ऊपर जाता दिख रहा है, बड़ी तेजी से यह नीचे भी आएगा। दरअसल हमारे लिए सबसे मुश्किल होता है उस वक्त को बीतते हुए देखना। वैसे इंसान का स्वाभाव है कि हमें दुख का वक्त धीरे-धीरे गुजरता हुआ लगता है और सुख का दौर पंख लगाकर उड़ जाता है। अगर हम थोड़ा-सा धैर्य रखें और वक्त की इस सच्चाई को जान लें तो मन अपने आप वहीं शांत हो जाएगा। बॉलीवुड के शहंशाह कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन जब कैरियर के सबसे ऊंचे दर्जे पर थे तो फिल्म की शूटिंग के दौरान उनके साथ ऐसा हादसा हुआ कि जान जाते-जाते बची। अब वह 78 साल के हैं। वह टीबी, हैपेटाइटिस-बी जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्हें हाल ही में कोरोना भी हुआ लेकिन वह उसे भी मात देकर आगे बढ़ गए हैं। वह खुद बता चुके हैं कि उनका सिर्फ 25 प्रतिशत लीवर काम करता है। लेकिन उन्हें टीवी शोज या फिल्मों में देखकर कभी आप अंदाजा नहीं लगा पाते कि वह कितनी मुश्किलों से बाहर निकले हैं। शायद उनकी इसके पीछे यही सोच है कि किसी भी बुरे वक्त में या दर्द में अपना भरोसा नहीं खोना। आप सोचिए कि अगर इन दिक्कतों के बाद वह इस उम्र में खुद को बेहद खुश और व्यस्त रख सकते हैं तो हम भी कर सकते हैं। हम उस वक्त को खुद पर हावी होने का मौका क्यों दें जो बीत जाने वाला है। अगर किसी दर्द से गुजर रहे हैं तो एक कागज पर लिखेंöयह भी गुजर जाएगा। अब इसे ऐसी जगह पर लगा दें जहां बार-बार नजर इस पर पड़ती है। इसके साथ ही अच्छे वक्त के लिए प्लानिंग करना शुरू कर दें।
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