Sunday, 16 May 2021

फंगल इंफैक्शन का बढ़ता खतरा

दिल्ली में कोरोना के मामलों में कुछ राहत देखने को मिली ही थी कि अब कोविड से शिकार हो रहे मरीजों में म्यूकोरमाइकोसिस नामक फंगल इंफैक्शन के मामले सामने आने लगे हैं। पहले भी यह मामले सामने आते रहे हैं। लेकिन बीते 10 से 12 दिनों में जो केस आ रहे हैं, वह हैरान करने वाले हैं। सबसे ज्यादा केस सरगंगाराम अस्पताल में देखने को मिल रहे हैं। गंगाराम अस्पताल के अलावा कुछ अन्य अस्पतालों में भी इसके मामले आ रहे हैं। गंगाराम अस्पताल में ईएनटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. अजय स्वरूप बताते हैं कि ऐसे मामले ज्यादा उन लोगों में पाए जाते हैं, जिनकी इम्यूनिटी बेहद कमजोर है, जिन्हें कोविड के ट्रीटमेंट में ज्यादा स्टेराइड दिए गए हैं, डायबिटीज, एचआईवी, कैंसर या अन्य किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। पहले भी इस फंगल इंफैक्शन के केस आते थे, लेकिन वह रेयर होते थे। पिछले 10 दिन में रोजाना 12 से 15 मरीज आ रहे हैं, जिन्हें इस इंफैक्शन ने पकड़ा है। इनमें से 50 प्रतिशत केस ऐसे होते हैं, जो गंभीर अवस्था में पहुंच चुके होते हैं। यह इंफैक्शन इतना खतरनाक है कि उनसे आंखों की रोशनी जा सकती है, जबड़े को निकालना पड़ सकता है और यदि यह दिमाग तक पहुंच जाए तो व्यक्ति की मौत हो जाती है। डॉ. स्वरूप कहते हैं कि पिछले साल दिसम्बर में एक हफ्ते में 10 से 15 केस आए थे, लेकिन इस बार एक दिन में 12 से 15 मामले आ रहे हैं। यह ऐसा इंफैक्शन है, जो पौधों, जानवरों और हवा में मौजूद रहता है। यदि व्यक्ति को समय पर इसका इलाज मिल जाए, तो वह बच सकता है और यदि इलाज में देरी हो जाए तो मौत भी हो सकती है। फिलहाल अन्य राज्यों से इसकी जानकारी नहीं आई है। इसलिए जरूरी है कि कोरोना के साथ-साथ इस पर भी फोकस किया जाए। -अनिल नरेन्द्र

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