Tuesday, 25 May 2021
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर
करीब दो हफ्तों से छिड़े हिंसक संघर्ष के बाद आखिरकार गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम का ऐलान हो गया है। 11 दिनों तक चली इस हिंसा में हमास ने इजरायल पर 4000 रॉकेट दागे और इजरायली हिंसा ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा में 1500 ठिकानों को निशाना बनाया। इस हिंसा के कारण गाजा में कम से कम 234 लोगों की मौत हुई जिसमें 100 से ज्यादा महिलाएं और बच्चे थे। इजरायल का कहना है कि उसके यहां हमास के हमले में 12 लोगों की जान गई है, जिसमें दो बच्चे शामिल थे। सीजफायर क्या है? आसान शब्दों में कहें तो सीजफायर या युद्धविराम दोनों पक्षों द्वारा हमेशा के लिए या निश्चित अवधि तक युद्ध रोकने का ऐलान है। हालांकि सीजफायर के बाद भी यह बिल्कुल मुमकिन है कि भविष्य में युद्ध फिर शुरू हो सकता है। अतीत में ऐसा भी हुआ है, जब इजरायल और हमास ने युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए फिर से लड़ाई शुरू कर दी थी। इस बार दोनों पक्ष शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार रात दो बजे से लड़ाई रोकने पर सहमत हो गए थे। सीजफायर के ऐलान से ठीक पहले हमास ने इजरायल में रॉकेट छोड़े जाने और इजरायल में गाजा के हवाई हमलों की खबरें आई थीं। इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की शर्तों को लेकर बहुत कम जानकारी सार्वजनिक की गई है। दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम को लेकर बातचीत पर्दे के पीछे होती रही है। सीजफायर की इस पूरी प्रक्रिया में अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, मिस्र और कतर की बड़ी भूमिका रही है। इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक बयान जारी करके कहा कि इजरायल हिंसा रोकने के लिए पारंपरिक और बिना शर्त युद्धविराम के लिए राजी हो गया है। गाजा में एक हमास नेता ने बीबीसी को बताया कि इजरायल कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद और पास के शेख जर्रा इलाके से हटने के लिए तैयार हो गया है। हालांकि इजरायल ने इस दावे से इंकार किया है। इसी वजह से यह युद्ध शुरू हुआ था। पूर्वी यरुशलम का शेख जर्रा वही इलाका है, जहां से फिलस्तीनी परिवारों को हटाकर यहूदी बस्तियां बसाए जाने के दबाव के कारण हिंसा उपजी थी। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का दावा है कि गाजा में इजरायली सेना के हमले बेहद सफल और इन्होंने हमास के साथ इसके समीकरण बदल दिए। खबर है कि इजरायल ने गाजा पट्टी तक मानवीय मदद पहुंचाने के लिए एक क्रॉसिंग प्वाइंट खोल दिया है। इजरायल में आवाजाही पर लगी ज्यादातर आपातकालीन पाबंदियां हटाई जा चुकी हैं। इस युद्धविराम की कोई समयसीमा तय नहीं की गई है और दुनियाभर के नेता उम्मीद जता रहे हैं कि यह हमेशा के लिए रहेगा। मिस्र ने कहा है कि यह सीजफायर पर नजर रखने के लिए तेल अवीव और गाजा में अपने प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है कि यह युद्धविराम प्रगति का सच्चा मौका लाया है। यूरोपीय संघ की ओर से एक बयान में कहा गयाöहम इस युद्धविराम तक पहुंचने के लिए मिस्र, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और उन सबकी तारीफ करते हैं जिन्होंने इसमें अपनी भूमिका निभाई है। उम्मीद की जाती है कि यह युद्धविराम दोनों मुल्कों में शांति स्थापित करने में कामयाब होगा और क्षेत्र में अमन-चैन का दौर आएगा।
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