Sunday, 18 July 2021

22 निहत्थे सैनिकों को सरेंडर के बाद गोलियों से भून डाला

अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के साथ ही तालिबान की बर्बरता का एक भयानक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि अफगान कमांडो का गोला-बारूद खत्म होने के बाद उन्होंने तालिबान के आगे निहत्थे सरेंडर कर दिया। इसके बाद 22 अफगान कमांडो को एक साथ ख़ड़ा कर अल्लाहू-अकबर का नारा लगाते हुए तालिबानियों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। सीएनएन ने इस सामूहिक नरसंहार का वीडियो जारी किया है। इस कूरतम हत्याकांड को अफगानिस्तान के फरयाब प्रांत के दवलात अबास में 16 जून को अंजाम दिया गया। यह क्षेत्र अफगानिस्तान व तुर्पमेनिस्तान की सीमा के पास है। रिपोर्ट के अनुसार अफगान कमांडो हर तरफ से तालिबान लड़ाकों से घिर गए थे। सीएनएन ने दावा किया कि उसने कई प्रत्यक्षदर्शियों से बात कर वीडियो को वैरिफाई किया है। वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि अफगान सैनिक अपने हाथ उठाए हुए हैं और कई लोग जमीन पर झुके हुए हैं। इस वीडियो में एक आवाज आ रही है जिसमें कहा जा रहा है कि गोली मत मारो-मत मारो। मैं आपके सामने रहम की भीख मांगता हूं। इसके कुछ ही सैकेंड के बाद तालिबानी आतंकियों ने अल्लाहू-अकबर के नारे लगाए और निहत्थे सैनिकों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। तालिबान ने इस वीडियो को फर्जी बताया है। सीएनएन ने जब नरसंहार के बारे में तालिबान से बात की तो उसने इस वीडियो को फर्जी बताया, साथ ही कहाöयह सब तालिबान विरोधी अफगान सरकार का प्रोपेगंडा है। तालिबान ने दावा किया कि अभी भी उनके कब्जे में 24 कमांडो हैं, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए कोई सुबूत नहीं दिया। यूएन में शरणार्थी मामलों की एजेंसी ने बताया कि अफगानिस्तान में असुरक्षा और हिंसा के कारण जनवरी से करीब 2.70 लाख लोग देश के अंदर विस्थापित हुए हैं। एजेंसी ने अफगानिस्तान में बढ़ते मानवीय संकट के कारण विस्थापित यह तालिबान के 85 प्रतिशत क्षेत्र पर कब्जा करने व अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर मानवीय संकट को लेकर आगाह भी किया है। उसने कहा कि देश में अब तक कुल विस्थापितों की संख्या 35 लाख के पार हो गई है।

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