Wednesday, 14 July 2021

ड्रग्स और आतंकवाद

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतर्राष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश किया है और हेरोइन की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी की है। आशंका है कि ड्रग्स को बेचकर हुई कमाई को आतंकी घटनाओं में इस्तेमाल किया जाता था। इस रैकेट में पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई के भी शामिल होने की संभावना है। इनका मकसद हेरोइन की काली कमाई से कश्मीर और पंजाब में आतंक फैलाना हो सकता है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों के आका अफगानिस्तान और पुर्तगाल में बैठे हैं। उनके गुर्गे उनसे निर्देश लेकर अफगानिस्तान के रास्ते भारत में इस धंधे को बढ़ा रहे थे। इस रैकेट का सुराग तब मिला जब पुलिस ने रिजवान अहमद उर्फ रिजवान कश्मीरी को पकड़ा। पुलिस ने बताया कि रिजवान ने खुलासा किया कि वह अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर ईशा खान के इशारे पर हेरोइन का धंधा करता है। उसकी निशानदेही पर फरीदाबाद के सेक्टर-65 स्थित एक सोसाइटी से गुरजीत और गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी निशानदेही पर पार्किंग में खड़ी दो कारों से 166 किलोग्राम और 115 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। दोनों की निशानदेही पर सोसाइटी के फ्लैट में रखे बेड से भी 30 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। इनका हैंडलर नवप्रीत सिंह उर्फ नव पुर्तगाल में बैठा है। इसके आदेश पर देश के अलग-अलग राज्यों में हेरोइन सप्लाई हो रही थी। रिजवान से पूछताछ के बाद अफगानी नागरिक हजरत अली को भी पकड़ा गया। हजरत अली की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से 100 किलोग्राम रसायन भी बरामद किया। हजरत अली कच्चे माल में रसायन मिलाकर हेरोइन तैयार करवाता था। स्पेशल सेल को पता चला है कि अफगानिस्तान के कई हिस्सों से कच्चे माल के तौर पर अफीम को भारत में भेजा जाता है। अफगानिस्तान से आने वाले वैध सामान के साथ इसको कार्टन, डिब्बों व अन्य जगहों में छिपाकर कंटेनर से अफीम को ईरान के रास्ते मुंबई भेजा जाता है। मुंबई से अफीम को शिवपुरी, मध्य प्रदेश भेज दिया जाता है। वहां रसायनों की मदद से अफीम और बाकी मादक पदार्थों से हेरोइन तैयार कर ली जाती है। इसके बाद कुरियर से इसे देश के अलग-अलग राज्यों में भेज देते थे। बरामद खेप को पंजाब जाना था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूरा नेटवर्क अफगानिस्तान एवं यूरोप में बैठे तस्कर चला रहे हैं। इनके बारे में भी संबंधित एजेंसियों से जानकारी साझा की जा रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कुछ इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान के रास्ते भी ड्रग्स को भारत भेजा जा रहा है। इस वजह से यह जांच की जा रही है कि बरामद ड्रग्स से होने वाली कमाई का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में तो नहीं हो रहा था।

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