Tuesday, 27 July 2021

जासूसी कांड में अनिल अंबानी और अलोक वर्मा भी

पेगासस जासूसी प्रकरण (पेगासस प्रोजेक्ट) की तीसरी कड़ी अब सामने आई है। इसके तहत दुनिया की 17 मीडिया कंपनियों को जारी हुए लीक डेटाबेस की 2018-19 की सूची सामने आई है। मीडिया कंपनियों के इस समूह में शामिल भारतीय मीडिया व द वायर की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उद्योगपति अनिल अंबानी और उनके रिलायंस एडीए समूह के कारपोरेट कम्युनिकेशन चीफ टोनी जेसूदासन और उनकी पत्नी का नम्बर भी निगरानी में था। निगरानी सूची में सीबीआई के पूर्व निदेशक अलोक वर्मा उनके परिवार के सदस्यों के आठ फोन नम्बर पेगासस की निगरानी लक्ष्यों में जोड़े गए थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल की टैब लैब ने इसकी पुष्टि की है। वर्मा के प्रतिद्वंद्वी रहे अधिकारी राकेश अस्थाना, संयुक्त निदेशक रहे एके शर्मा के नाम भी सामने आए हैं। इनके अलावा भारत को राफेल विमान बेचने वाली कंपनी दस्सां एविएशन के भारतीय प्रतिनिधि वेंकट राव पोसीना और फ्रांसीसी ऊर्जा कंपनी ईडीएफ के भारतीय मूल के प्रमुख हरमनजीत नेगी के फोन नम्बर भी लीक डेटाबेस में मिले हैं। रक्षा क्षेत्र की कंपनी साव इंडिया के प्रमुख रहे इंद्रजीत सियाल और बोइंग इंडियन के प्रमुख प्रच्युश कुमार के नाम भी शामिल हैं। द वायर के मुताबिक टोरंटो विश्वविद्यालय के सिटीजन लैब ने अपनी जांच में बताया था कि भारत में एनएसओ के कम से कम दो उपभोक्ता क्लाइंट हैं। द वायर ने इस बात की पुष्टि की है कि उद्योगपति अनिल अंबानी और उनकी कंपनी के रिलायंस एडीए समूह के कारपोरेट अधिकारी जेसूदासन और उनकी पत्नी के फोन नम्बर लीक सूची में मिले हैं। इन नम्बरों की जासूसी हुई या नहीं, इस बात की जानकारी उन लोगों के द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन हैंडसेट की फोरेंसिक जांच से पता चल सकेगी। -अनिल नरेन्द्र

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