Friday, 9 July 2021

भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत

भारतीय सिनेमा के सबसे चहेते दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार को मुंबई में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। सांताक्रूज के जुहू कब्रिस्तान में उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस तरह भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत हो गया। ट्रेजडी किंग 98 वर्षीय दिलीप कुमार को उनकी पत्नी सायरा बानो और अन्य परिजनों की मौजूदगी में अपराह्न 4ः45 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सांताक्रूज के जुहू कब्रिस्तान में उन्हें अंतिम विदाई दिए जाने के समय तोप से सलामी दी गई जिसके बाद उनके सम्मान में पुलिस बैंड बजाया गया। कब्रिस्तान के अंदर 25-30 से अधिक लोगों को आने की अनुमति नहीं थी लेकिन वहां मीडिया कर्मियों और दिलीप कुमार के चाहने वालों का तांता लगा था। पुलिस को करीब 100 लोगों को संभालना पड़ा। दिलीप कुमार के अंतिम संस्कार के बाद अभिनेता अमिताभ बच्चन और उनके पुत्र अभिषेक बच्चन ने जुहू कब्रिस्तान जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के प्रोटोकॉल के अनुसार कुमार के पार्थिव शरीर को उनके पाली हिल स्थित आवास पर तिरंगे में लपेटा गया और फिर उनका जनाजा कब्रिस्तान लाया गया। उनके आवास पर 60 से अधिक पुलिस वाले थे। वह जन्मे तो मोहम्मद यूसुफ खान थे लेकिन जब उन्होंने अपना फिल्मी कैरियर शुरू किया तो उस समय की प्रमुख रहीं देविका रानी ने उन्हें नया नाम दिलीप कुमार दिया जो फिल्मों में उनकी रोमांटिक छवि पर फिट बैठता गया। दिलीप कुमार के जाने से भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत हो गया है। बेशक अब वह इस दुनिया में नहीं रहे पर उनके अभिनय को कोई भूल नहीं सकता और वर्षों तक उन्हें याद रखा जाएगा। कलाकार कभी मरता नहीं।

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