Friday, 26 March 2021

ऐसी भीड़ होगी तो कहीं नहीं जाएगा कोरोना

दिल्ली में बीते साल कोरोना वायरस की तीन वेब देखी गईं और लगभग सभी या तो त्यौहारों के कारण आई या फिर लोगों की लापरवाही की वजह से। जिस तरह दिल्ली में हालात चल रहे हैं उससे तो लगता है कि हमें चौथी वेब देखने को मिल सकती है। दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि अगर आप मार्केट, मेट्रो, ट्रेन, गली-मोहल्लों आदि में नजर दौड़ाएं तो अब लोगों में कोरोना का ज्यादा डर नजर नहीं आ रहा है। लोग फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आए हैं। पिछले साल कोरोना महामारी की शुरुआत के वक्त लोगों में जो डर का माहौल था, अब वह पूरी तरह से खत्म हो गया लगता है। लोगों के डर खत्म होने के पीछे एक वजह वैक्सीन का आना भी है। लोगों को लगने लगा है कि अब कोरोना से क्यों डरना, वैक्सीन तो है ही। लेकिन वह इस बात से अनजान हैं कि वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना हो सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद भी किसी में अच्छी एंटीबॉडी बन जाती है तो किसी में कम एंटीबॉडी बन पाती है जिसके चलते कोविड हो सकता है। एक कारण यह भी है कि दिल्ली में अब तक कोरोना की तीन वेब देख चुकी है इसलिए चौथी वेब आने से भी लोगों को ज्यादा फर्प नहीं पड़ रहा है। अगर हम न सिर्प मेट्रो बल्कि दिल्ली के बाजारों में नजर दौड़ाएं तो वहां स्थिति और भी ज्यादा खराब है। किसी भी बाजार में चले जाएं, लोगों की भीड़ जरूर नजर आ जाएगी। अब तो मार्केट में लोगों के मुंह से मास्क भी गायब हो गए हैं। अगर किसी के चेहरे पर मास्क नजर आता भी है तो वह नाक से नीचे नजर आता है। ऐसे में कोरोना के केस बढ़ने लाजिमी हैं। चूंकि अब होली, नवरात्र, रमजान और ईद जैसे त्यौहार भी आ रहे हैं, इस वजह से भी मार्केट में खरीददारी करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली में बीते साल कोरोना वायरस की तीन वेब देखी गई और सभी किसी न किसी त्यौहार के बाद ही आई थी। उस वक्त एक्सपर्ट्स ने चेताया था कि यदि लोग त्यौहारों को मनाने के लिए बाहर निकलेंगे तो केसों में बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है और ऐसा ही हुआ भी। बीते साल रक्षाबंधन व उसके साथ आई ईद के बाद केस बढ़ने शुरू हुए थे तो वहीं अक्तूबर में दशहरे के बाद नवम्बर में दीपावली के बाद तक यह सिलसिला जारी रहा। अब ऐसे में चिन्ता इस बात की है कि कुछ दिनों में होली आ रही है। ऐसे में यदि लोगों ने त्यौहारों पर नियमों का पालन नहीं किया तो दिल्ली में कहीं चौथी वेब न देखने को मिल जाए। बाजारों में आजकल लोग सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। दिल्ली में तमाम मार्केटों में यही हाल देखने को मिलेगा। अगर आप पीक आवर्स में मेट्रो से सफर करें तो आप देखेंगे कि किस तरह से लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। लोग कोरोना काल से पहले की तरह बेफिक्र होकर सफर कर रहे हैं। न सिर्प खड़े होने, बल्कि सीट पर बैठने को लेकर भी लोग कोरोना के नियमों का ख्याल नहीं रख रहे हैं। वह भी तब जब डीएमआरसी की ओर से पूरी मेट्रो में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही यात्रा के दौरान नियमित अंतराल पर इन नियमों के पालन के लिए अनाउंसमेंट भी कराई जा रही है। कल मैं टीवी पर प्रधानमंत्री की चुनाव रैली देख रहा था। चुनाव रैलियों में लाखों लोग आते हैं और शायद ही कोई मास्क पहने हो या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा हो। अगर कोरोना बढ़ रहा है तो इसके लिए हम खुद जिम्मेदार हैं।

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